loader
मेघालय के सीएम कोनराड संगमा।

असम-मेघालय विवादः NHRC ने दिया दखल, संगमा सख्त

असम-मेघालय सीमा पर गोलीबारी में छह लोगों के मारे जाने के कुछ दिनों बाद, NHRC ने इसका संज्ञान लिया है और केंद्र और असम सरकारों से ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए दो हफ्ते में जांच करने और सिस्टम विकसित करने को कहा है। इस बीच मेघालय के सीएम कोनराड संगमा ने सख्ती दिखाते हुए कहा है कि मेघालय अब असम सीमा पर अपनी और चौकियां स्थापित करेगा। ताकि असम की ओर से कोई हरकत नहीं होने पाए।   
मेघालय के मुख्यमंत्री संगमा ने शुक्रवार को राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग में गोलीबारी में हुई मौतों को लेकर मामला दर्ज कराया था और इसे 'मानवाधिकारों का स्पष्ट उल्लंघन' करार दिया था। हालांकि असम में बीजेपी सरकार है और मेघालय में बीजेपी के अनुकूल सरकार है, लेकिन दोनों राज्यों के बीच तनाव चरम सीमा पर है।

ताजा ख़बरें
मुख्यमंत्री संगमा और उपमुख्यमंत्री प्रेस्टोन टाइनसॉन्ग ने दिल्ली में एनएचआरसी के अध्यक्ष जस्टिस (रिटायर्ड) अरुण कुमार मिश्रा और इसके अन्य सदस्यों से मुलाकात कर ज्ञापन दिया था।

एनएचआरसी ने मंगलवार को बयान में कहा, आयोग ने मेघालय के मुख्यमंत्री के इस ज्ञापन का संज्ञान लिया है कि असम पुलिस और असम वन रक्षकों की 22 नवंबर को गोलीबारी में असम वन अधिकारी सहित छह लोगों की मौत हो गई थी। आयोग ने देखा है कि ऐसा लगता है कि यह घटना दो राज्यों - असम और मेघालय के बीच सीमा विवाद के कारण हुई है - जो लंबे समय से लंबित एक बड़ा मुद्दा है।

आयोग ने कहा कि पहली नजर में ऐसा लगता है कि, यदि इस विवाद को सुलझा लिया गया होता, तो इस प्रकार की घटना टल जाती। राज्यों के बीच विवाद चाहे जो भी हो, पुलिस को ऐसी स्थितियों में संयम बरतना होता है। इसलिए, आयोग पड़ोसी राज्यों के बीच सीमा विवाद के क्षेत्रों में सशस्त्र बलों या पुलिस द्वारा फायरिंग के बारे में ऑपरेशन में एसओपी की जांच कराना चाहेगा। इसलिए केंद्रीय गृह सचिव और असम के मुख्य सचिव को ज्ञापन भेजा जा रहा है। वे इस प्रकार की घटनाओं को रोकने के लिए सिस्टम की जांच करें और सुझाव दें। खासकर उन क्षेत्रों को लेकर सुझाव दिए जाएं, जहां दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद है। रिपोर्ट दो हफ्ते में मांगी गई है।
एनएचआरसी के बयान में कहा गया है कि कथित तौर पर यह घटना असम पुलिस और असम वन रक्षकों द्वारा लकड़ी ले जा रहे एक ट्रक का पीछा करने के बाद हुई। इन बलों ने ट्रक को मुकरोह गांव में रोक लिया। मुकरोह के ग्रामीण अपने गांव में असम पुलिस की एंट्री से आक्रोशित हो गए. उन्होंने असम पुलिस और असम वन रक्षकों को घेर लिया, जिसके परिणामस्वरूप गोलीबारी हुई। 

बॉर्डर चेक पोस्ट बनेंगे

मेघालय सरकार ने घोषणा की है कि वह असम की सीमा से लगे राज्य के सभी संवेदनशील इलाकों में और सीमा चौकियां स्थापित करेगी। यह फैसला मुख्यमंत्री कोनराड के. संगमा की अध्यक्षता में हुई सर्वदलीय बैठक के बाद लिया गया।
देश से और खबरें
पत्रकारों से बात करते हुए, संगमा ने कहा कि मेघालय डेमोक्रेटिक एलायंस (एमडीए) सरकार राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में निवासियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठा रही है। सरकार ने इस मामले में जस्टिस टी. वैफेई की अध्यक्षता में एक न्यायिक जांच भी गठित की है।

इस बीच, मेघालय में चार दिन की शांति के बाद सोमवार देर रात पश्चिम शिलांग के मावबाह में पेट्रोल बम से हमला हुआ। सीसीटीवी कैमरों के फुटेज में दो युवकों को इलाके में प्रवेश करते हुए और शिलांग के बंगाली पारा में पारितोष दास के आवास पर बम फेंकते हुए दिखाया गया है।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

देश से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें