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आर्यन खान चार्जशीटः देरी के लिए कोविड को जिम्मेदार बताया

ड्रग्स मामले में बॉलीवुड एक्टर शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान व अन्य के खिलाफ चार्जशीट पेश करने के लिए जांच एजेंसी ने जो वजहें बताईं हैं, वो चर्चा में हैं। सत्य हिन्दी पर अपनी रिपोर्ट में हम बता चुके हैं कि नॉर्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो ने इस मामले में चार्जशीट पेश करने के लिए 90 दिनों यानी तीन महीने का समय मांगा है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने आज अपनी एक रिपोर्ट में उन वजहों का खुलासा किया है, एनसीबी ने जो कोर्ट को बताई हैं। गौरतलब है कि एनसीबी को 2 अप्रैल को यह चार्जशीट जमा करना है। लेकिन समय नजदीक आने पर उसने अब वजहें बताई हैं। एजेंसी ने कहा कि इस हाई प्रोफाइल मामले में उसकी जांच अभी जारी है।

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एजेंसी ने अदालत को दी गई जानकारी में एक प्रमुख गवाह के मुकरने का हवाला देते हुए समय सीमा को और 90 दिनों तक बढ़ाने का अनुरोध किया है। एजेंसी को 2 अप्रैल तक चार्जशीट दाखिल करनी थी। स्पेशल जज वी.वी. पाटिल की कोर्ट में सोमवार को दी गई अपनी अर्जी में, जांच एजेंसी ने कहा कि क्रूज मामले में ड्रग्स में जब्त किए गए पदार्थ, जिसमें बॉलीवुड अभिनेता शाहरुख खान का बेटा आर्यन आरोपी है, नशीले पदार्थ हैं जो एनडीपीएस के दायरे में आते हैं।

जांच एजेंसी ने कहा कि कुछ आरोपी अत्यधिक प्रभावशाली व्यक्ति हैं और उन विदेशी नागरिकों के साथ आपत्तिजनक चैट करते हैं जो भारत के बाहर हैं। इस तरह की चैट की जांच जारी है, क्योंकि इसमें विदेशी नागरिक शामिल हैं।
याचिका में कहा गया है कि नवंबर 2021 से फरवरी 2022 तक देश में कोविड ​​​​-19 महामारी की स्थिति के कारण, विदेशी एजेंसियों का जवाब आने में देरी हुई है। बता दें कि उस समय एनसीबी के सूत्रों के हवाले से मीडिया के एक वर्ग ने खबरें चलाई थीं कि आर्यन खान एक इंटरनैशनल ड्रग्स रैकेट से जुड़े हैं। जाहिर है कि मीडिया में वो खबरें किसी आधार पर एनसीबी ने दी होंगी लेकिन अब उन तथ्यों के सबूत उसे कोर्ट में पेश करने हैं। सबूत मिलेंगे या नहीं, कोई नहीं जानता लेकिन मीडिया में आर्यन खान का ट्रायल तो हो ही चुका है।हालांकि एजेंसी की अर्जी में आर्यन खान का नाम नहीं था, लेकिन कई मौकों पर, मामले से संबंधित रिमांड और जमानत की सुनवाई के दौरान, दावा किया गया था कि बॉलीवुड सुपरस्टार का बेटा ड्रग्स खरीदने के लिए कुछ ऐसे लोगों के संपर्क में था जो एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग नेटवर्क का हिस्सा थे।  
एनसीबी ने कहा, शुरुआती जांच के दौरान, आरोपी (आर्यन खान) से संबंधित कुछ अंतरराष्ट्रीय संबंधों का पता चला है, जो पहली नजर में अवैध दवा खरीद की ओर इशारा करते हैं। जांच के लिए पर्याप्त समय की आवश्यकता है ताकि संबंधित विदेशी एजेंसी से संपर्क किया जा सके।
आर्यन की जमानत का विरोध करते हुए एक हलफनामे में एनसीबी ने यह बात बहुत पहले कही थी।आरोप पत्र दायर करने के लिए समय मांगते हुए, एनसीबी ने अपनी याचिका में दावा किया कि छह आरोपियों के संबंध में जांच लगभग पूरी हो चुकी है क्योंकि उनकी भूमिका आपस में जुड़ी हुई है। 2 अक्टूबर, 2021 को की गई दो बरामदगी के दौरान मुख्य पंच गवाह केपी गोसावी के खुद से दिए गए बयान की जांच और रिकॉर्डिंग पूरी नहीं है, क्योंकि वह अन्य मामलों में न्यायिक हिरासत में है। एजेंसी ने कहा कि पंच गवाह - प्रभाकर सेल - मुकर गया है और इस संबंध में उसका कथित हलफनामा अभी भी अदालत में लंबित है। इस प्रकार ऐसी स्थिति में, इस मामले के सही और सही तथ्यों का पता लगाने के लिए गोसावी की जांच आवश्यक और महत्वपूर्ण हो जाती है। 

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इस मामले में देश के विभिन्न हिस्सों के 20 आरोपी शामिल हैं। याचिका में कहा गया है कि महामारी के कारण कई आरोपी समय पर जांच के लिए नहीं पहुंचे, जिसके परिणामस्वरूप अनजाने में देरी हुई। मामले में गिरफ्तार किए गए 20 आरोपियों में से दो न्यायिक हिरासत में हैं, जबकि आर्यन सहित बाकी लोग जमानत पर बाहर हैं।

आर्यन खान को पिछले साल एनसीबी द्वारा 19 अन्य लोगों के साथ मामले में आरोपी बनाया गया था। 24 साल के आर्यन को एनसीबी ने 3 अक्टूबर को मुंबई के तट पर एक क्रूज पर छापेमारी के बाद गिरफ्तार किया था।

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क़मर वहीद नक़वी
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