अरुणाचल प्रदेश के ऊपरी सियांग जिले में शुक्रवार को भारतीय सेना का चॉपर क्रैश हो गया। चॉपर में कुल 5 लोग सवार थे और इन सभी की मौत हो गई। मरने वालों में दो पायलट भी थे। घटना की सूचना मिलने पर राहत और बचाव दल मौके पर पहुंचा। न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के अनुसार, यह दुर्घटना ऊपरी सियांग जिले के तूतिंग हेडक्वार्टर से 25 किलोमीटर दूर सिंगिंग गांव में सुबह 10:43 पर हुई। यह एक तरह का एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर था।
यह चॉपर ऐसी जगह पर पहाड़ों के बीच में क्रैश हुआ, जहां पहुंचने के लिए सड़क नहीं थी। सभी के शव बरामद कर लिए गए हैं।
इस महीने में सेना के हेलिकॉप्टर क्रैश होने की यह दूसरी घटना है। 5 अक्टूबर को अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में भारतीय सेना का चीता हेलिकॉप्टर क्रैश हो गया था और तब हेलिकॉप्टर में सवार दो में से एक पायलट की मौत हो गई थी। इस साल मार्च में भी लाइन ऑफ कंट्रोल के निकट सेना का चीता चॉपर क्रैश हो गया था।
अरुणाचल प्रदेश से ही आने वाले केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू ने इस घटना के वीडियो को ट्वीट किया है। उन्होंने घटना पर दुख व्यक्त किया है।
घटना के वीडियो में दिख रहा है कि पहाड़ों के बीच में से एक जगह पर लगातार धुआं उठ रहा है। घटना की सूचना मिलने पर सेना, एयरफोर्स के जवान बचाव और राहत कार्य के लिए मौके पर पहुंचे। स्थानीय ग्रामीणों ने भी बचाव और राहत कार्य में सहयोग किया।
जनरल रावत की हुई थी मौत
बताना होगा कि पिछले साल दिसंबर में केरल के कुन्नूर में तत्कालीन चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल बिपिन रावत का हेलिकॉप्टर भी क्रैश हो गया था। हेलिकॉप्टर में सीडीएस बिपिन रावत के अलावा उनकी पत्नी मधुलिका रावत, कर्नल हरजिंदर सिंह, बिग्रेडियर एलएस लिड्डर, पीएसओ गुरसेवक सिंह, जितेंद्र कुमार, विवेक कुमार, बी साई तेजा, सतपाल सहित 14 लोग सवार थे। इन सभी लोगों की मौत इस हादसे में हो गई थी।
हादसे के बाद उठे थे सवाल
इस हादसे के बाद यह सवाल उठा था कि सबसे आधुनिक, उन्नत और सबसे सटीक हेलिकॉप्टरों में एक, जिसमें काफी समय से किसी तकनीकी खराबी की कोई रिपोर्ट नहीं थी, सिर्फ 20 मिनट की उड़ान के दौरान कैसे दुर्घटनाग्रस्त हो गया? क्या मौसम इसका कारण बना? क्या पहाड़ियों पर छायी धुंध और उसकी वजह से कम दूरी तक दिखना (पुअर विज़िबिलिटी) हादसे का कारण बना? क्या पुअर विज़िबिलिटी या नो विज़िबिलिटी के बावजूद हेलीकॉप्टर को उड़ने की अनुमति दी गई थी?
इस मामले में आई कोर्ट ऑफ़ इंक्वायरी की रिपोर्ट में कहा गया था कि मौसम में एक अप्रत्याशित परिवर्तन के कारण पायलट का ध्यान भटक गया था और इस कारण विमान शायद सतह से टकरा गया था। जनरल बिपिन रावत भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ थे।
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