एप्पल थ्रेट अलर्ट पर हंगामे के बाद सरकार ने जाँच बैठाई और एप्पल उस जाँच में शामिल हो गया है। एप्पल हैक करने के प्रयासों के आरोपों के सिलसिले में साइबर सुरक्षा पर सरकार की नोडल एजेंसी CERT-In (भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम) ने जाँच शुरू की। सवाल है कि इस जाँच में एप्पल के शामिल होने के क्या मायने हैं? आख़िर एप्पल ने सीधे-सीधे यह क्यों नहीं कह दिया कि यह नोटिफिकेशन ग़लती से या फिर तकनीकी खामी की वजह से यूज़रों के पास चली गई थी?