क्या खुलकर बात रखने की अब क़ीमत चुकानी पड़ रही है? क्या बेबाकी से राय रखने पर धमकियाँ मिलना आम बात हो गई है? बॉलीवुड डायरेक्टर अनुराग कश्यप का ट्विटर एकाउंट डिलीट करना और इससे पहले के उनके आख़िरी दो ट्वीट क्या यही सवाल नहीं छोड़ते? सामाजिक मुद्दों पर मुखर होकर बोलने भर से यदि धमकियाँ मिलने लगें तो डर तो लगना स्वभाविक ही है। अनुराग ने जो आख़िरी के दो ट्वीट किए हैं उनमें उन्होंने साफ़-साफ़ लिखा है कि उनके माता-पिता को अनजान नंबरों से फ़ोन आ रहे हैं और उनकी बेटी को लगातार धमकियाँ दी जा रही हैं।