संसद का बजट सत्र चल रहा है। गहमा-गहमी जारी है। पक्ष और विपक्ष सब एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं। सरकार अपने गुणगान कर रही है तो विपक्ष उसके काम को शून्य बताने पर तुला हुआ है। इस सबके बीच कुछ ऐसा भी हो रहा है जो शायद भारतीय संसद के इतिहास में अभूतपूर्व है।
संसद में अडानीः नारे ऐसे गूंजे जो दबाए न दबे
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- 29 Mar, 2025
विपक्षी सासंदों द्वारा प्रधानमंत्री या फिर सरकार के मुखिया के खिलाफ ऐसी नारेबाजी कोई इकलौती घटना नहीं है। लगभग हर प्रधानमंत्री को विपक्ष के विरोध करना पड़ता है
