भारत में साइबर सुरक्षा के मद्देनजर चीनी मूल की 54 ऐप को यहां प्रतिबंधित कर दिया गया है। इनमें सी (SEA) लिमिटेड का मर्की गेम फ्री फायर भी शामिल है। हालांकि भारत और चीन पर नजर रखने वालों का कहना है कि दोनों देशों के बीच कई जगह सीमा विवाद का मामला है। इस पर कुछ जगहों पर तनाव भी है। इसी के मद्देनजर भारत ने यह कार्रवाई की है। इस सूचना के बाद अमेरिकी शेयर मार्केट के प्री-मार्केट ट्रेडिंग में सी का स्टॉक 9 फीसदी से अधिक डूब गया।
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भारत के इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने चीनी ऐप पर पाबंदी लगाई है, उनमें टेनचैंट, अलीबाबा और नेटईज जैसी बड़ी चीन टेक कंपनियां शामिल हैं। ये सभी चीनी ऐप 2020 में भारत द्वारा पहले से ही प्रतिबंधित ऐप के री-ब्रांडेड एडिशन हैं। सी कंपनी सिंगापुर में चीनी मूल के संस्थापकों द्वारा स्थापित है, जो अब सिंगापुर के नागरिक बन गए हैं। कंपनी ग्लोबल स्तर पर गेमिंग और ई-कॉमर्स में सक्रिय है। सी ने गेम फ्री फायर - इल्यूमिनेट पर पाबंदी लगने पर कोई टिप्पणी फिलहाल नहीं की है। भारत में पबजी खेलने के दौरान बच्चों में खुदकुशी के मामले सामने आने के बाद इस चीनी ऐप को दो साल पहले ही प्रतिबंधित कर दिया था। लेकिन उसके बाद तमाम चीनी कंपनियां पबजी का नया वर्जन दूसरे नाम से लेकर आ गईं। आज प्रतिबंधित किए गए गेम फ्री फायर, बैटल रॉयल शूटर जिसकी तुलना पबजी के साथ की जाती है, गूगल प्ले पर एक अरब से अधिक डाउनलोड के साथ दुनिया का सबसे लोकप्रिय मोबाइल गेम है।
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सिंगापुर स्थित सी, दक्षिण पूर्व एशिया की सबसे कीमती कंपनियों में से एक है। इसने अभूतपूर्व कारोबारी बढ़ोतरी हासिल की है। ब्राजील से भारत तक के बाजारों में यह लोकप्रिय है। इंडस्ट्री ट्रैकर ऐप एनी के अनुसार, 2021 की तीसरी तिमाही में यह गेम भारत में सबसे अधिक कमाई करने वाला मोबाइल गेम था। ब्लूमबर्ग इंटेलिजेंस ने सेंसर टॉवर के अनुमानों का हवाला देते हुए लिखा, एक आश्चर्य की बात है कि यह प्रतिबंध कंपनी को बहुत ज्यादा प्रभावित नहीं करेगा। भारत और चीन के बीच 3,488 किमी (2,170 मील) लंबी है। दोनों देशों के हजारों सैनिक, टैंक और तोपखाने सीमा पर तैनात है। दोनों देशों के बीच तनाव बना हुआ है। पिछले दिनों लद्दाख और डोकलाम में दोनों देशों के सैनिकों के बीच झड़पें भी हुई हैं। अरुणाचल प्रदेश में चीन से घुसपैठ की खबर आती रहती है।
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