1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के पीड़ितों को अब तक इंसाफ़ नहीं मिल सका है। इन दंगों की जाँच करने वाली एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि उस दौरान सिख समुदाय के लोगों के साथ जमकर हैवानियत की गई। एसआईटी ने पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा है कि पुलिस ने सिखों की हत्या कर रहे किसी भी व्यक्ति को गिरफ़्तार करने की कोशिश तक नहीं की।