loader

मंकीपॉक्सः सरकार ने कहा-घबराएं नहीं, देश में अब तक 8 केस मिले

मंकीपॉक्स के बढ़ते मामलों के बीच, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने मंगलवार को वायरल बीमारी पर आशंकाओं को दूर करने की कोशिश की और कहा कि भारत ने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी है, जब दुनिया में मामले सामने आने लगे थे। इस बीच दिल्ली में मंकीपॉक्स का तीसरा केस मिला है और देश में इसके मरीजों की कुल संख्या 8 हो गई है।
मंडाविया ने राज्यसभा में कहा, मंकीपॉक्स भारत और दुनिया में कोई नई बीमारी नहीं है, 1970 के बाद से अफ्रीका में बहुत सारे मामले देखे जा रहे हैं। WHO ने इस पर खास ध्यान दिया है। भारत में भी निगरानी शुरू हो गई है।

ताजा ख़बरें
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, 1 अगस्त तक, मंकीपॉक्स के सात पुष्ट मामले (एक मौत सहित), केरल से चार ((एक मौत सहित) और दिल्ली से तीन मामले अब तक सामने आए हैं (हालांकि यह संख्या मंगलवार को 8 हो गई है)। उन्होंने लोगों को नहीं घबराने की सलाह दी और कहा कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकारों के सहयोग से जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। मंकीपॉक्स से डरने की जरूरत नहीं है। राज्य सरकारों के सहयोग से चलाया जा रहा है जागरूकता अभियान। हमने टास्क फोर्स का भी गठन किया है।

मंकीपॉक्स एक ऐसी बीमारी है - जो जानवरों से मनुष्यों में फैलती है। चेचक के रोगियों में देखे जाने वाले लक्षणों के समान इसके लक्षण होते हैं। हालांकि डॉक्टरी लिहज से यह कम गंभीर बीमारी है। पिछले महीने, केंद्र ने मंकीपॉक्स के रोगियों और उनके संपर्कों के लिए दिशानिर्देश जारी किए थे, जिसमें 21 दिन का अलगाव अनिवार्य किया गया। 

स्वास्थ्य से और खबरें

सरकार ने मंकीपॉक्स के रोगियों और उनके संपर्कों को मास्क पहनने, हाथ की सफाई का पालन करने, घावों को पूरी तरह से ढकने की सलाह भी दी। मंकीपॉक्स में बुखार, सिरदर्द, तीन सप्ताह तक चकत्ते, सूजन, गले में खराश, खांसी के साथ आता है और कई प्रकार की चिकित्सा जटिलताओं का कारण बन सकता है। लक्षणों में घाव शामिल हैं, जो आमतौर पर बुखार की शुरुआत के एक से तीन दिनों के भीतर शुरू होते हैं, लगभग दो से चार सप्ताह तक चलते हैं। 

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

स्वास्थ्य से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें