कई कोरोना मरीज़ ऐसी मनोस्थिति में चले जा रहे हैं जो काफ़ी डरावनी स्थिति है। अस्पताल में वेंटिलेटर सपोर्ट पर रहे कई मरीज़ों को लगा कि उनकी हत्या की जा रही है। किसी को लगा कि उन्हें ज़िंदा जलाया जा रहा है। यह बिल्कुल डरावने सपने जैसा है। लेकिन नींद में नहीं बल्कि पूरी तरह जागते हुए। उन मरीज़ों को ऐसा महसूस हुआ जैसे ऐसी घटनाएँ उनके साथ घटीं, लेकिन वास्तव में घटी नहीं। यह एक ऐसी मानसिक स्थिति (delirium) होती है जब गंभीर बीमारी में बेहोशी या अचेतन अवस्था हो। इसे हलूसनैशन की स्थिति कह सकते हैं।