loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
57
एनडीए
23
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
226
एमवीए
53
अन्य
9

चुनाव में दिग्गज

चंपाई सोरेन
बीजेपी - सरायकेला

आगे

गीता कोड़ा
बीजेपी - जगन्नाथपुर

पीछे

नये भारत का नया रॉ एजेंट 'रुस्लान'

इस सप्ताह रिलीज हुई 'रुस्लान'। रुस्लान का अर्थ होता है शेर। फिल्म के हीरो को देख ऐसा लगा कि विद्युत जामवाल का छोटा भाई होगा या फिर 'छोटा टाइगर श्रॉफ', लेकिन वो तो हैं सलीम खान के दामाद और पूर्व केन्द्रीय संचार मंत्री सुखराम के नाती। नाम है आयुष शर्मा। अब फिल्म के नाम का अर्थ ही शेर है तो फिल्म में एक्शन तो होनी ही है। हिन्दी फिल्म में एक्शन का मतलब होता है रॉ का एजेंट।

फिल्मों में रॉ का एजेंट कोई भी हो सकता है। कोई भी यानी कोई भी। जॉन अब्राहम, आलिया भट्ट कपूर, सलमान खान, शाहरुख खान, सैफ अली खान, सिद्धार्थ मल्होत्रा, कमल हासन और यहाँ तक कि सनी लियोनी भी रॉ एजेंट का रोल कर चुके हैं। अब ये मत पूछना कि रॉ में भर्ती कब होती है, कैसे होती है? जब हिन्दी फिल्म बनानी होती है, तब होती है। कोई अज्ञात शक्ति भर्ती कराती है, वह भी किसी महिला अधिकारी के बहाने से। बस, महिला अधिकारी का युवा, आकर्षक और सुन्दर होना ज़रूरी है।

ताज़ा ख़बरें
फिल्मों में रॉ का एजेंट या जासूस बनने के लिए चौसठ कलाएं आना ज़रूरी है। ढिशुम ढिशुम के साथ ही हर तरह का हथियार चलाना आना चाहिए। खाली हाथ होते हुए पचास या सौ हथियारबंद लोगों से लड़ना और उन्हें मारने की ताक़त और अक्ल होनी चाहिए। अंडरवाटर स्विमिंग, हर तरह के वाहन अंधाधुंध तरीके से चलाना, हेलीकॉप्टर उड़ाना, लांग जम्प और हाइ जम्प में ओलिम्पिक लेवल की मास्टरी होना चाहिए। दुनिया के हर प्रमुख शहर और उसकी सड़कें उसकी जानकारी में हो। लंदन हो हांगकांग, इस्ताम्बुल हो या अजरबैजान। इसके अलावा नाचना, गाना, गिटार आदि बजाना भी आना चाहिए। उसका कंप्यूटर का कीड़ा होना भी ज़रूरी है। फोन हैक करना, मोबाइल का क्लोन बनाना, एटीएम ब्रेक करने आदि कलाएं आना चाहिए।
रुस्लान देखने पर पता चला कि उसके हीरो को ये सब कलाएं आती हैं, लेकिन 'अभिनय करना आना चाहिए' वाली शर्त इसमें है नहीं। उसका हीरो होना और रॉ का एजेंट होना काफी नहीं है क्या? ऐसे प्रतिभाशाली रॉ एजेंट की माशूका होने के लिए क्लीवेज का प्रदर्शन अनिवार्य किया जाता है।
सिनेमा से और ख़बरें

रुस्लान तकनीकी रूप से अच्छी है, लेकिन अभिनय, गीत-संगीत, कहानी, पटकथा, संवाद आदि साधारण हैं। कोई भी ऐसी बात नहीं है कि दर्शक उसमें बंधा रहे। पाकिस्तान और चीन के आतंकवाद से निपटने के दौरान यह संवाद भी है कि अब यह 1960 का भारत नहीं, नया भारत और नया रॉ है, जो न केवल जान बचा सकता है, बल्कि वक्त आये तो दुश्मन की जान ले भी सकता है। फिल्म का निष्कर्ष यह कि आतंकी का बेटा भी आतंकी ही हो, ज़रूरी नहीं और आतंकी का कोई धर्म नहीं होता। कोई हिन्दू भी आतंकी का समर्थक हो सकता है।

रुस्लान की खूबियां भी हैं। इसमें एक्शन सीन जबरदस्त हैं। गाने कम हैं। टर्न और ट्विस्ट अच्छे हैं। अंत कल्पना से हटकर है। लोकेशंस लुभावनी हैं। और सबसे बड़ी बात कि फिल्म बहुत लम्बी नहीं है। केवल 139 मिनट में ही खेल ख़तम, पैसा हजम! और भी पैसे बचाना हो तो इसका ट्रेलर देखकर काम चला सकते हैं।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
डॉ. प्रकाश हिन्दुस्तानी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

सिनेमा से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें