विष्णु देव साय ने बुधवार को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले ली। रायपुर में यह समारोह हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में शपथ ग्रहण हुआ। वर्तमान राज्य इकाई प्रमुख अरुण साव और संगठनात्मक नेता विजय शर्मा ने उपमुख्यमंत्रियों के रूप में शपथ ली।
शपथ ग्रहण समारोह तक दोनों नए उपमुख्यमंत्रियों के नामों पर भाजपा और सरकारी अधिकारी चुप्पी साधे हुए थे। साहू (तेली) समुदाय से ओबीसी चेहरे और वर्तमान छत्तीसगढ़ भाजपा इकाई के प्रमुख अरुण साव ने डिप्टी सीएम के रूप में शपथ ली। कांग्रेस के मोहम्मद अकबर को हराने वाले संगठनात्मक नेता विजय शर्मा ने भी डिप्टी सीएम पद की शपथ ली।
विष्णु देव साय चार बार लोकसभा सांसद और तीन बार प्रदेश भाजपा अध्यक्ष रहे हैं। वह आदिवासी नेता हैं। वह 2006 से पार्टी की छत्तीसगढ़ इकाई के अध्यक्ष हैं। वो अपनी संगठनात्मक क्षमता के लिए जाने जाते हैं और उनकी गैर-विवादास्पद छवि है। इससे पहले वह बीजेपी राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्य रह चुके हैं। जब 2014 में नरेंद्र मोदी सरकार सत्ता में आई, तो उन्हें स्टील मंत्रलाय में कनिष्ठ मंत्री के रूप में नामित किया गया था।
उनको छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में रविवार को भाजपा विधायक दल का नया नेता चुना गया था। नेता चुने जाने के बाद विष्णु देव साय ने अपनी पहली प्रतिक्रिया में कहा था कि मुझ पर भरोसा दिखाने के लिए मैं पीएम मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का आभारी हूँ।
विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 90 में से 54 सीटें जीतकर सत्ता हासिल की है। कांग्रेस सिर्फ 35 सीटों पर सिमट गई, जो 2018 में जीती गई 68 सीटों से काफी कम है। गोंडवाना गणतंत्र पार्टी यानी जीजीपी एक सीट जीतने में कामयाब रही।
मध्य प्रदेश सीएम का शपथ ग्रहण
इससे पहले दिन में मध्य प्रदेश के नव नियुक्त मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भी सीएम पद की शपथ ली। मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल ने भोपाल के लाल परेड ग्राउंड में मोहन यादव के अलावा राजेंद्र शुक्ला और जगदीश देवड़ा को भी उनके उप मुख्यमंत्री के रूप में शपथ दिलाई। यादव पूर्व शिक्षा मंत्री और मध्य प्रदेश के उज्जैन दक्षिण से तीन बार विधायक रहे हैं। देवड़ा अनुसूचित जाति से हैं, शुक्ला ब्राह्मण चेहरे के रूप में उभरे हैं।
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे और कई केंद्रीय मंत्री भी शामिल हुए। पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान के मंच पर पहुंचते ही भीड़ 'मामा, मामा' के नारे लगाने लगी, जबकि पूरे समारोह में 'मोदी, मोदी' के नारे लगते रहे।
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