चुनाव के लिहाज से अतिसंवेदनशील क्षेत्र में आने वाले छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में माओवादियों के साथ बड़ी मुठभेड़ हुई है। पुलिस के अनुसार सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में कांकेर जिले में 29 माओवादी मारे गए। इसमें माओवादियों का एक शीर्ष नेता भी शामिल बताया जा रहा है। मुठभेड़ में तीन सुरक्षाकर्मियों के घायल होने की भी ख़बर है।
छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले में सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ और जिला रिजर्व गार्ड यानी डीआरजी की टीमों ने मंगलवार को साझा अभियान चलाया। पुलिस ने बताया कि नक्सली नेता शंकर राव के सिर पर 25 लाख रुपये का इनाम था। पुलिस का कहना है कि घटनास्थल से सात एके-47 राइफल और तीन हल्की मशीन गन सहित हथियारों का बड़ा जखीरा भी बरामद किया गया है।
यह हमला तब हुआ है जब 19 अप्रैल को बस्तर में लोकसभा चुनाव होने हैं। पुलिस के अनुसार जिले में 60,000 से अधिक सुरक्षाकर्मी तैनात हैं। कांकेर लोकसभा क्षेत्र में दूसरे चरण में 26 अप्रैल को मतदान होगा।
पिछले साल 7 नवंबर को जब राज्य में विधानसभा चुनाव चल रहे थे, सीमा सुरक्षा बल यानी बीएसएफ का एक जवान जो छोटेबेठिया पुलिस स्टेशन क्षेत्र में एक मतदान केंद्र स्थापित करने के लिए मतदान दल की टीम को ले जा रहा था, एक आईईडी विस्फोट में घायल हो गया था। एक दिन बाद उनकी चोटों के कारण मौत हो गई थी। विस्फोट में मतदान दल के दो अधिकारी भी घायल हो गए थे।
यह मुठभेड़ भी छोटेबेठिया क्षेत्र में ही हुई है। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के अनुसार बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा, 'विशिष्ट खुफिया जानकारी के आधार पर 16 अप्रैल को बीएसएफ (सीओबी छोटेबेठिया) और डीआरजी की टीमों द्वारा एक संयुक्त अभियान शुरू किया गया था। जब ऑपरेशन जारी था, बीएसएफ ऑप्स पार्टी पर सीपीआई माओवादी कैडरों की गोलीबारी हुई और बीएसएफ के जवानों ने उनके खिलाफ प्रभावी ढंग से जवाबी कार्रवाई की। बीएसएफ के एक जवान के पैर में गोली लगी है और निकाले जाने के बाद वह खतरे से बाहर है।'
चुनाव के मद्देनज़र क्षेत्र में अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। सुरक्षा बलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाना शुरू कर दिया है।
फरवरी में कांकेर में एक अन्य मुठभेड़ में तीन माओवादी मारे गए थे। यह क्षेत्र माओवादियों से प्रभावित रहा है।
सुरक्षा बलों ने इलाके में सर्च ऑपरेशन चलाना शुरू कर दिया है। पिछले महीने जिले में एक और मुठभेड़ हुई थी, जिसमें दो लोग - एक माओवादी और एक पुलिसकर्मी - मारे गए थे। सुरक्षा बलों ने एक बंदूक, कुछ विस्फोटक और अन्य आपत्तिजनक सामग्री बरामद की थी।
सुरक्षा बलों ने इस साल अपने नक्सल विरोधी अभियान को तेज कर दिया है। 2024 में अब तक 50 माओवादियों को मार गिराया गया है। साथ ही इस साल माओवादी हिंसा में 18 नागरिकों और छह सुरक्षाकर्मियों की जान चली गई है।
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