रेलवे भर्ती बोर्ड के नॉन-टेक्निकल पाॅपुलर कैटेगरी या एनटीपीसी के रिजल्ट में घपला, हाई कट-ऑफ और वादे से काफी कम उम्मीदवारों को सफल घोषित करने की शिकायत पर बिहार में चल रहा आन्दोलन तीसरे दिन मंगलवार को भी जारी है। आन्दोलनकारियों का कहना है कि उन्होंने नब्बे लाख ट्वीट किया लेकिन रेलवे बोर्ड नहीं जागा तो मजबूरी में धरना-प्रदर्शन करने पर मजबूर होना पड़ा।


मोटे तौर पर यह माना जा रहा है कि बिहार के करीब 25 लाख बेरोजागारों ने इन नौकरियों के लिए परीक्षा दी है। आन्दोलनकारी झारखंड और उत्तर प्रदेश के उम्मीदवारों से भी आन्दोलन में शामिल होने की अपील कर रहे हैं। इधर, आइसा- आल इंडिया स्टूडेंट्स एसोसिएशन और इंकलाबी नौजवान सभा ने इस आंदोलन को समर्थन देते हुए 28 जनवरी को बिहार बन्द का आह्वान किया है। हालांकि आन्दोलनकारी उम्मीदवारों ने मंगलवार को ही यह घोषणा कर दी थी कि वे बुधवार को भी रेल चक्का जाम आंदोलन जारी रखेंगे।