प्रशांत किशोर अपनी राजनीतिक पार्टी बनाने के बाद पहले ही चुनाव में विवादों में घिर गए हैं। चुनाव में जिस जोश-खरोश से साफ़-सुथरी छवि को लेकर उतरने का वादा प्रशांत किशोर ने किया था उससे कहीं ज़्यादा तेजी से 'दागी' चेहरों को लेकर निशाने पर आ गए हैं।
चुनाव में कूदते ही प्रशांत किशोर विवादों में; साफ-सुथरी छवि का क्या हुआ?
- बिहार
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- 3 Nov, 2024
बिहार में 13 नवंबर को चार सीटों पर उपचुनाव होना है। इन चारों सीटों पर जन सुराज पार्टी ने उम्मीदवार उतारे हैं। लेकिन इसके साथ ही वह उम्मीदवारों की छवि को लेकर विवादों में आ गयी है।

दरअसल, बिहार में 13 नवंबर को होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी के चार उम्मीदवारों में से तीन के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं। यह सक्रिय राजनीति में कूदने से पहले प्रशांत किशोर के साफ़-सुथरी छवि देने के उनके वादे के विपरीत है। राजनीतिक रणनीतिकार रहे प्रशांत किशोर ने अपनी नयी पार्टी बनाने के काफ़ी पहले से ही राजनीति में गांधी के आदर्शों और साफ़-सुथरी राजनीति पेश करने के दावे करते रहे हैं। वह बिहार में काफ़ी लंबे समय से जन सुराज अभियान चला रहे हैं और उसमें उनका यह कोर मुद्दों में से एक रहा है।