बिहार में एक व्यक्ति की सिर्फ़ इसलिये पीट-पीटकर हत्या कर दी गई क्योंकि उसने महाराष्ट्र से गांव पहुंचे दो लोगों के बारे में कोरोना वायरस के सहायता केंद्र को सूचना दे दी थी। यह घटना सोमवार को सीतामढ़ी जिले के मधौल गांव के रुन्नीसैदपुर पुलिस स्टेशन में हुई है। मृतक का नाम बबूल कुमार है और उसकी उम्र 22 साल थी।
बबलू के सहायता केंद्र को सूचना देने पर इन लोगों को मेडिकल टेस्ट के लिये ले जाया गया। टेस्ट सामान्य पाये जाने पर उन्हें 14 दिन के लिये ख़ुद को क्वरेंटीन करने की सलाह देकर घर भेज दिया गया। गांव लौटने पर इन्हें पता चला कि बबलू ने सहायता केंद्र को सूचना दी थी।
आरोप है कि इसके बाद उन्होंने अपने परिवार के दूसरे लोगों के साथ मिलकर बबलू को जमकर पीटा। बबलू के परिजन उसे रुन्नीसैदपुर के स्वास्थ्य केंद्र में ले गये लेकिन हालत बिगड़ने पर उसे मुज़फ्फरपुर के श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
बबूल के भाई गुड्डू कुमार ने अहियापुर थाने में मुक़दमा दर्ज कराया है। अभियुक्तों के नाम सुधीर महतो, दीपक महतो, मुन्ना महतो, विकास महतो, मदन महतो आदि हैं। पुलिस ने मामले में 7 लोगों को गिरफ़्तार कर लिया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इस घटना की निंदा की है।
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