भले ही महाराष्ट्र, तमिलनाडु और दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामलों की तुलना में बिहार में संक्रमितों की संख्या बहुत कम दीख रही है, लेकिन स्थिति इन राज्यों से कम विस्फोटक नहीं है। संक्रमण के मामले कम होने का शायद सबसे बड़ा कारण जाँच कम होना है क्योंकि राज्य में पॉजिटिव रेट काफ़ी ज़्यादा है। पॉजिटिव रेट यानी जितने लोगों की टेस्टिंग की गई उनमें से संक्रमित आने वालों की दर।