बिहार में नीतीश यादव के पाला बदलने के एक दिन बाद राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के संरक्षक लालू प्रसाद यादव नौकरी के बदले जमीन मामले में पूछताछ के लिए सोमवार सुबह पटना में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दफ्तर पहुंचे। 75 वर्षीय नेता के साथ उनकी बेटी मीसा भारती भी थीं। इस मामले में लालू यादव, उनकी पत्नी और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी और बेटी मीसा आरोपियों में शामिल हैं। सीबीआई मामले में रिश्वतखोरी के आरोपों की जांच कर रही है, और ईडी मनी लॉन्ड्रिंग ट्रेल की जांच कर रही है।
इस मुद्दे पर लालू की एक अन्य बेटी रोहिणी आचार्य कुछ ज्यादा ही भावुक हैं। उन्होंने लिखा है- मेरे पापा को आज (सोमवार) कुछ हुआ तो इसका ज़िम्मेदार गिरगिट के साथ साथ cbi Ed और इनके मालिक होंगे। रोहिणी ने गिरगिट और मालिक शब्द किनके लिए लिखा है, उसे आसानी से समझा जा सकता है। बता दें कि नीतीश ने जिस दिन बिहार में महागठबंधन से निकलने की पैंतरेबाजी शुरू की, उस दिन सबसे पहले रोहिणी ने ही ट्वीट करके नीतीश कुमार के इरादे और धोखा देने पर टिप्पणी की थी। लेकिन आरजेडी को लगता था कि नीतीश मान जाएंगे तो उसने रोहिणी से उनके वो ट्वीट डिलीट करा दिए। लेकिन रोहिणी सोमवार को ज्यादा ही भावुक नजर आ रही हैं।
यह मामला बहुत पुराना है। यह मामला 2004 और 2009 के बीच रेल मंत्री के रूप में लालू यादव के कार्यकाल के दौरान कथित अनियमितताओं से संबंधित है। यह आरोप लगाया गया है कि लालू परिवार ने नौकरी देने के नाम पर आवेदकों से औने-पौने दाम पर जमीन ट्रांसफर करवा दी थी।
सोमवार सुबह ईडी दफ्तर के बाहर लालू की बेटी डॉ मीसा भारती ने कहा, "जो कोई भी भाजपा के साथ नहीं है और उनके पक्ष में जाने के लिए तैयार नहीं है, उसे यह ग्रीटिंग कार्ड मिलता है।" उन्होंने कहा कि उनके परिवार के सदस्यों ने हमेशा जांच एजेंसियों के हर सवाल का जवाब दिया है।
आरजेडी के दिग्गज नेता से पूछताछ उनके पुराने साथी नीतीश कुमार के पलटवार के एक दिन बाद हो रही है। नौ बार के मुख्यमंत्री ने आरजेडी और कांग्रेस से नाता तोड़ लिया और एनडीए में लौट आए। एक दशक में यह उनका पांचवां फ्लिप-फ्लॉप था। 2022 में, उन्होंने एनडीए से बाहर निकलकर नई सरकार बनाने के लिए आरजेडी और कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था।
लालू-राबड़ी को राहत
उधर, पटना हाईकोर्ट ने 2010 के विधानसभा चुनावों के दौरान आदर्श आचार संहिता का कथित उल्लंघन करने के आरोप में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और उनकी पत्नी राबड़ी देवी के खिलाफ आगे की कार्यवाही पर रोक लगा दी है। दोनों के खिलाफ आरोप बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान एक घटना से उपजे थे, जहां उन पर वोट डालने के लिए दीघा विधानसभा क्षेत्र के एक बूथ के अंदर अपने सुरक्षा गार्डों को ले जाने का आरोप लगाया गया था। दीघा प्रखंड विकास पदाधिकारी अशोक कुमार ने प्रसाद और राबड़ी देवी के खिलाफ पटना हवाई अड्डा थाने में आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन की एफआईआर दर्ज करायी थी।
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