रामनवमी और उसके बाद देश के कई राज्यों में सांप्रदायिक हिंसा हुई जिसमें बिहार और बंगाल ज्यादा प्रभावित हुए। बिहार के मुख्यमंत्री ने राज्य में हुई हिंसा के लिए बीजेपी और असदुद्दीन ओवैसी को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया। साथ ही उन्होंने हिंसा में शामिल लोगों का पता लगाने के लिए जांच की बात भी कही थी।