दाग़ियों और आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को चुनाव लड़ने से रोकने का हर प्रयास नाकाम हो रहा है। बिहार चुनाव में ही क़रीब 30 फ़ीसदी उम्मीदवार दाग़ी हैं यानी ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं। कई तो ऐसे हैं जो ऐसे मामलों का सामना कर रहे हैं और उन्होंने अपनी पत्नियों को चुनाव मैदान में उतार दिया है। यह सब तब हो रहा है जब इसी साल सुप्रीम कोर्ट ने दाग़ियों को चुनाव से दूर रखने के लिए एक अहम फ़ैसला दिया था।