दाग़ियों और आपराधिक पृष्ठभूमि वाले लोगों को चुनाव लड़ने से रोकने का हर प्रयास नाकाम हो रहा है। बिहार चुनाव में ही क़रीब 30 फ़ीसदी उम्मीदवार दाग़ी हैं यानी ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं। कई तो ऐसे हैं जो ऐसे मामलों का सामना कर रहे हैं और उन्होंने अपनी पत्नियों को चुनाव मैदान में उतार दिया है। यह सब तब हो रहा है जब इसी साल सुप्रीम कोर्ट ने दाग़ियों को चुनाव से दूर रखने के लिए एक अहम फ़ैसला दिया था।
बिहार चुनाव: 30% प्रत्याशी दाग़ी, अपराधियों ने पत्नियों को उतारा
- बिहार
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- 20 Oct, 2020
बिहार विधानसभा चुनाव में क़रीब 30 फ़ीसदी उम्मीदवार दाग़ी हैं यानी ऐसे लोगों के ख़िलाफ़ गंभीर आपराधिक मामले चल रहे हैं। कई तो ऐसे हैं जो ऐसे मामला का सामना कर रहे हैं और उन्होंने अपनी पत्नियों को चुनाव मैदान में उतार दिया है।

सुप्रीम कोर्ट ने फ़रवरी महीने में सभी राजनीतिक दलों को निर्देश दिया था कि वे अपने दाग़ी उम्मीदवारों की जानकारी ऑनलाइन प्रकाशित करें। चुनावों में उम्मीदवार के चयन की जानकारी वेबसाइट व ट्विटर, फ़ेसबुक जैसे सोशल मीडिया और स्थानीय एवं राष्ट्रीय अख़बारों में प्रकाशित कर दी जानी चाहिए।