बिहार के लाखों प्रवासी मज़दूर लाॅकडाउन की वजह से देश के अलग-अलग हिस्से में फँसे हुए हैं। घर आने को व्याकुल लगभग 76 हज़ार लोगों ने फोन पर सूचना भेजी है और सरकार से संपर्क करने की कोशिश की है।