पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव के नतीजे कांग्रेस के लिए खुशी और चेतावनी दोनों लेकर आए हैं। ख़ुशी इस बात की कि नरेन्द्र मोदी और अमित शाह के होते हुए भी पार्टी ने बीजेपी से तीन राज्य छीन लिए हैं। चेतावनी यह कि बीजेपी हारी है लेकिन उसका सफ़ाया नहीं हुआ है। दूसरी ओर बीजेपी के लिए चेतावनी है कि सँभल जाओ नहीं तो 2019 गया। पार्टी के लिए संतोष की बात यह है कि वह कांग्रेस से उस तरह नहीं हारी जिस तरह उसने कांग्रेस को हराया था। कांग्रेस और राहुल गाँधी के लिए एक और चेतावनी है कि वह यह समझने की भूल न करे कि उसकी जीत का श्रेय उसके नरम हिंदुत्व को जाता है। बीजेपी के लिए सबक है कि धर्म और आस्था के मुद्दे पर रोज़ी-रोटी का मुद्दा हमेशा भारी पड़ा है और आगे भी पड़ेगा।