ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (एएएसयू) ने 30 अन्य संगठनों के साथ राज्य में नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के कार्यान्वयन के खिलाफ अपना आंदोलन शुरू कर दिया है। पहले चरण में रविवार को भूख हड़ताल की जा चुकी है। एएएसयू सदस्यों ने कहा कि हमने आंदोलनों की लंबी रूपरेखा बनाई है। इससे पहले 7 मार्च को डिब्रूगढ़ और राज्य के कई अन्य जिलों में एक बाइक रैली निकाली गई। दरअसल, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जब कहा था कि सीएए लागू होकर रहेगा तो उसी दिन से असम में आंदोलन शुरू हो गया था।
सीएए के खिलाफ क्यों हैं असम की स्टूडेंट्स यूनियन, आंदोलन शुरू
- असम
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- सत्य ब्यूरो
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- 11 Mar, 2024
केंद्र सरकार ने सोमवार शाम को नागरिक संशोधन कानून (सीएए) को लागू करने की घोषणा कर दी है। लेकिन असम में छात्र एक दिन पहले से ही आंदोलन के लिए सड़क पर उतर गए हैं। असम के छात्र संगठनों ने एक संयुक्त कमेटी बनाई है जो इस आंदोलन की अगुआई कर रही है। हालांकि एक दिन पहले आंदोलन और अगले दिन इसकी घोषणा का आपस में कोई संबंध नहीं है, लेकिन नॉर्थ ईस्ट के विरोध को नजरन्दाज नहीं किया जा सकता। जानिएः
