असम में एक अप्रैल को होने वाले मतदान के लिए तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं। दूसरे दौर की 39 सीटों के लिए 345 उम्मीदवार मैदान में हैं। पहले चरण की सैंतालीस सीटों से उलट इस चरण में मामला एकतरफ़ा नहीं होगा। बीजेपी को एक-एक सीट के लिए कड़ा संघर्ष करना पड़ रहा है।
असम: इस दौर में होगी बीजेपी के सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की परीक्षा
- असम
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- 31 Mar, 2021

126 सीटों वाली असम विधानसभा में सरकार बनाने के लिए 64 सीटें चाहिए, लेकिन मुक़ाबला इतना कड़ा हो गया है कि अब एक-एक सीट के लिए जंग लड़ी जा रही है। ख़ास तौर पर बीजेपी तो उन सीटों पर भी पूरा दम लगा रही है जहाँ उसके जीतने के अवसर न के बराबर हैं।
बीजेपी ने इस दौर में अपने चुनाव प्रचार को सांप्रदायिक ध्रुवीकरण पर केंद्रित रखा है। हालाँकि विकास के वायदे और पिछले पाँच सालों में किए गए कामों का ब्यौरा भी उसने देने की कोशिश की है। ख़ास तौर पर केंद्र सरकार की योजनाओं का हवाला देते हुए, लेकिन अंतत उसने उसी मुद्दे पर सबसे अधिक ज़ोर दिया है, जो उसकी पहचान भी है और एजेंडा भी।