केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असम विधानसभा चुनाव अभियान की शुरुआत करते हुए असम के लोगों को चेतावनी दी कि आंदोलन करने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा, सिर्फ़ शहीदों की संख्या बढ़ेगी। शाह के इस बयान से असमिया समाज स्वाभाविक रूप से आहत हुआ है और विभिन्न नागरिक संगठनों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। ऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन (आसू), असम जातीयतावादी युवा छात्र परिषद (अजायुछाप) और असम जातीय परिषद (एजेपी) ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान की कड़ी आलोचना की है जिसमें उन्होंने कहा था कि आंदोलन से विकास की प्रक्रिया बाधित होती है।