लंदन में सैयद शुजा नाम के एक साइबर एक्सपर्ट ने प्रेस कांफ्रेंस कर दावा किया है कि भारत की ईवीएम मशीनों को हैक किया जाता है और चुनावों को जीता जाता है। शुजा ने यह भी दावा किया है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में भी बीजेपी ने ईवीएम में धाँधली करवाई थी। इसके अलावा दूसरे विधानसभा चुनावों में भी ईवीएम में धाँधली की गई। हालाँकि उन्होंने अपने दावे की सचाई साबित करने के लिए ईवीएम मशीन को हैक कर के नहीं दिखाया। शुजा ने कुछ दूसरे विस्फोटक दावे भी किये है। उसका कहना है कि बीजेपी के वरिष्ट नेता गोपी नाथ मुंडे का क़त्ल इसलिए करवा दिया गया क्योंकि वे ईवीएम धाँधली की बात जान गए थे। उन्होंने यह भी दावा किया कि पत्रकार गौरी लंकेश भी ईवीएम धाॉधली की बात जान गई थीं और वह इस बारे में अपने अख़बार में लिखने वाली थीं, उन्हे ऐसा करने से रोकने के लिये उनकी हत्या करवा दी गई।

जानकारों का कहना है कि मशीन का हार्डवेयर एक कंपनी में बनता है और इसके साफ्टवेयर में कोड दूसरी कंपनी में डाला जाता है। इस कोड को डालने के बाद न तो इस पढ़ा जा सकता है और नही इस पर दुबारा लिखा जा सकता है। ऐसे में इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि जो कोड भेजे गये वही कोड मशीन में डाले गए।
पत्रकारिता में एक लंबी पारी और राजनीति में 20-20 खेलने के बाद आशुतोष पिछले दिनों पत्रकारिता में लौट आए हैं। समाचार पत्रों में लिखी उनकी टिप्पणियाँ 'मुखौटे का राजधर्म' नामक संग्रह से प्रकाशित हो चुका है। उनकी अन्य प्रकाशित पुस्तकों में अन्ना आंदोलन पर भी लिखी एक किताब भी है।