अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव छवियों का खेल बन कर रह गया है जिसके कारण वोटर अब भ्रमित कम और चिढ़े हुए अधिक लग रहे हैं।
क्या कोरोना बनेगा ट्रंप की हार का कारण
- दुनिया
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- 7 Oct, 2020

अमेरिकी मीडिया के अनुसार जब ट्रंप कोरोना पॉजिटिव पाए गए तो कई सलाहकारों का कहना था कि इस मौक़े का लाभ उठाकर एक भावपूर्ण संदेश अमेरिकी जनता को दिया जा सकता है लेकिन ट्रंप ने बीमारी का इलाज भी पूरा नहीं किया और बहत्तर घंटों मे व्हाइट हाउस लौट गए। इसके क्या संकेत हैं? क्या वह राष्ट्रपति चुनाव हार रहे हैं? आख़िर वह ख़ुद के मज़बूत होने का संदेश क्यों देना चाह रहे हैं?
कोरोना पॉजिटिव होने के बाद बहत्तर घंटों में ही राष्ट्रपति ट्रंप न केवल अस्पताल से लौट गए बल्कि व्हाइट हाउस की बालकनी में आकर मास्क उतार कर खड़े रहे। उनका संदेश सीधा था- वो एक मज़बूत राष्ट्रपति हैं जो वायरस से डरे नहीं बल्कि लड़े। लेकिन लोगों में क्या संदेश गया है ये अब धीरे-धीरे लोग वोटों के ज़रिए बता रहे हैं।
यहाँ यह बताना ज़रूरी है कि अमेरिका में वोटिंग की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। भले ही तीन नवंबर एक तारीख़ है वोट डालने की लेकिन पोस्टल बैलेट के ज़रिए हर राज्य में कुछ समय पहले ही प्रक्रिया शुरू हो जाती है। मसलन, मैं जहाँ रहता हूँ उस राज्य में छह हफ्ते पहले ही यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। मेरे परिचितों में कई लोग पहले ही पोस्ट बैलेट के ज़रिए अपना वोट डाल चुके हैं।