इज़राइल के सबसे क़रीबी सहयोगी अमेरिका ने कहा है कि ग़ज़ा में अस्पतालों पर हवाई हमले नहीं होने चाहिए। इधर कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि मैं इजराइल सरकार से अधिकतम संयम बरतने का आग्रह करता हूँ। उन्होंने कहा कि दुनिया महिलाओं, बच्चों और शिशुओं की हत्या देख रही है और इसे रोकना होगा। कनाडा पीएम की टिप्पणी पर इज़राइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
ट्रूडो और नेतन्याहू के बीच क्या वाद-विवाद हुआ है, यह जानने से पहले यह जान लें कि अमेरिका की ओर से क्या प्रतिक्रिया आई है। जब व्हाइट हाउस से उसके सहयोगी इज़राइल के ग़ज़ा के सबसे बड़े अस्पताल अल-शिफा में सैनिक भेजने के ऑपरेशन के बारे में पूछा गया तो उसने कहा, 'अस्पतालों और उनके अंदर के मरीजों की रक्षा की जानी चाहिए।'
टाइम्स ऑफ़ इज़राइल की रिपोर्ट के अनुसार व्हाइट हाउस ने कहा, 'हम इजराइली सैन्य अभियान की बारीकियों पर बात नहीं करेंगे। जैसा कि हमने कहा है, हम किसी अस्पताल पर हवाई हमला करने का समर्थन नहीं करते हैं और हम ऐसे अस्पताल में गोलीबारी नहीं देखना चाहते हैं जहां निर्दोष लोग, असहाय लोग, बीमार लोग जो चिकित्सा देखभाल पाने की कोशिश कर रहे हैं, वे गोलीबारी में फंस गए हैं। अस्पतालों और मरीजों की सुरक्षा की जानी चाहिए।'
इधर, कनाडा के पीएम ट्रूडो ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा, 'मैं इजराइल सरकार से अधिकतम संयम बरतने का आग्रह करता हूँ। दुनिया टीवी पर, सोशल मीडिया पर देख रही है - हम डॉक्टरों, परिवार के सदस्यों, जीवित बचे लोगों, उन बच्चों की गवाही सुन रहे हैं जिन्होंने अपने माता-पिता को खो दिया है। दुनिया महिलाओं, बच्चों और शिशुओं की हत्या देख रही है। इसे रोकना होगा।'
युद्ध शुरू होने के बाद से इज़राइल पर ये ट्रूडो की सबसे कड़ी टिप्पणियाँ थीं। ट्रूडो की टिप्पणी ग़ज़ा की घनी आबादी वाले इलाके की स्थिति पर वैश्विक स्तर पर बढ़ती चिंता के बीच आई है। हमास के खिलाफ इजराइल के युद्ध में पहले ही गजा में 11,000 से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और 15 लाख से अधिक लोग विस्थापित हो चुके हैं। बिजली कटौती के कारण इनक्यूबेटरों के काम करना बंद करने के बाद नवजात शिशुओं को गर्म रखने के लिए उन्हें एक साथ रखे जाने की दिल दहला देने वाली तस्वीरों ने दुनिया का ध्यान वहां उभर रहे मानवीय संकट की ओर खींचा है।
ग़ज़ा के अल शिफा अस्पताल में जब जनरेटर चलाने वाले इनक्यूबेटरों में ईंधन खत्म हो गया तो समय से पहले पैदा हुए 39 बच्चों में से तीन की मृत्यु हो गई।
कनाडाई पीएम की टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया में बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि यह हमास है, न कि इज़राइल जिसे जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।
7 अक्टूबर के हमलों का जिक्र करते हुए नेतन्याहू ने एक्स पर पोस्ट किया, 'यह इजरायल नहीं है जो जानबूझकर नागरिकों को निशाना बना रहा है, बल्कि हमास है जिसने हॉलोकास्ट के बाद से यहूदियों पर किए गए सबसे भयानक हमले में नागरिकों के सिर काटे, जलाए और नरसंहार किया।'
.@JustinTrudeau
— Benjamin Netanyahu - בנימין נתניהו (@netanyahu) November 15, 2023
It is not Israel that is deliberately targeting civilians but Hamas that beheaded, burned and massacred civilians in the worst horrors perpetrated on Jews since the Holocaust.
While Israel is doing everything to keep civilians out of harm’s way, Hamas is doing…
नेतन्याहू ने कहा कि जब इज़राइल ग़ज़ा में नागरिकों को मानवीय गलियारे और सुरक्षित क्षेत्र प्रदान करता है, तो हमास बंदूक की नोक पर उन्हें जाने से रोकता है। उन्होंने कहा, 'यह हमास है, इजरायल नहीं जिसे दोहरे युद्ध अपराध - नागरिकों के पीछे छुपकर नागरिकों को निशाना बनाने के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। इस सभ्यता की ताकतों को हमास की बर्बरता को हराने में इजराइल का समर्थन करना चाहिए।'
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