रूस के हमले से जितना जख्मी यूक्रेन हुआ है उससे अधिक ज़ख्म उसे अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की इस घोषणा से हुआ है कि नाटो की सेना यूक्रेन नहीं जाएगी। इसका मतलब साफ़ है कि यूक्रेन को रूस से अकेले ही लड़ना होगा। पहले ही दिन जिस तरीक़े से 203 हमले यूक्रेन ने झेले हैं उसे देखते हुए यह तय है कि रूस के सामने वह टिकने वाला नहीं है।