जब 5 दिन में यूक्रेन के 5 लाख से ज्यादा लोग पड़ोसी देशों में शरण ले सकते हैं तो भारत के 20 हजार छात्र क्यों नहीं?- यह सवाल देश को बेचैन कर रहा है।
यूक्रेन से लौटे छात्रों के साथ फ़ोटो क्यों खिंचा रहे मोदी के मंत्री?
- विचार
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- 1 Mar, 2022

यूक्रेन में बेहद खराब हालात में फंसे भारतीयों को लाने में मोदी सरकार नाकाम दिखी है। भारतीयों को लाना सरकार का फर्ज है लेकिन सरकार इसमें भी वाहवाही लूटना चाहती है।
यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों की जो तस्वीरें सामने आ रही हैं उसने उनके अभिभावकों को ही नहीं, पूरे देश को चिंता में डाल दिया है। वे भोजन के लिए तरस रहे हैं। मदद के बदले लाठियां खा रहे हैं। स्थानीय पुलिस और सेना की ओर से गोली मारने की धमकियां भी लगातार मिल रही हैं। फोन कॉल्स और वीडियो में मदद के लिए की जा रही छात्रों की गुहार बता रही है कि भारत सरकार से बहुत बड़ी चूक या लापरवाही हुई है।