क्या किसी देश के राष्ट्रपति या राष्ट्र प्रमुख का भाषण टीवी चैनल बीच में ही रोक सकते हैं? और यदि वह दुनिया के सबसे ताक़तवर देश अमेरिका का प्रमुख हो तो क्या इसकी कल्पना भी की जा सकती है! वह भी ऐसे वक़्त में जब कहा जा रहा है कि यह अमेरिकी इतिहास में सबसे अहम चुनाव है। यह कोरी कल्पना नहीं सचाई है। वह भी 'झूठ' के ख़िलाफ़! ट्रंप के 'झूठ' के ख़िलाफ़! डोनल्ड ट्रंप भाषण दे रहे थे और कई अमेरिकी टीवी चैनलों ने बीच में ही उनके प्रसारण को रोक दिया। इस तरह का क़दम शायद ही किसी देश का मीडिया उठा पाए!
ट्रंप 'झूठ' बोलने लगे. चैनलों ने लाइव रोक दिया
- दुनिया
- |
- |
- 6 Nov, 2020

अमेरिका में मीडिया हर रोज़ कोई न कोई पत्रकारिता की नई मिसाल पेश करता रहा है। अब दुनिया के सबसे ताक़तवर देश अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के भाषण को ही कई चैनलों ने रोक दिया यह कहकर कि वह 'झूठ' बोल रहे थे। क्या भारत सहित दूसरे देशों में कभी ऐसा हो सकता है! क्या इन देशों में मीडिया की रीढ़ की हड्डी इतनी मज़बूत हो सकती है!