अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा की किताब 'अ प्रॉमिस्ड लैंड' में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और राहुल गाँधी को लेकर पिछले हफ़्ते जो रिपोर्टिंग हुई उस पर काफ़ी हंगामा मचा। ख़ासकर राहुल गाँधी के बारे में की गई ओबामा की टिप्पणी के बाद बीजेपी और कांग्रेस की ओर से प्रतिक्रियाएँ आईं। लेकिन अब उसी किताब में बीजेपी के 'विभाजनकारी राष्ट्रवाद' का ज़िक्र किया गया है। इसी संदर्भ में ओबामा ने हिंसा, राष्ट्रवाद, नस्लवाद और धार्मिक असहिष्णुता जैसे शब्दों का भी उल्लेख है।
ओबामा की किताब- बीजेपी का 'विभाजनकारी राष्ट्रवाद'
- देश
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- अमित कुमार सिंह
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- 17 Nov, 2020


अमित कुमार सिंह
ओबामा ने अपनी भारत यात्रा का ज़िक्र अपनी किताब में किया है। मनमोहन सिंह, सोनिया गाँधी और राहुल गाँधी के साथ डिनर का उल्लेख कर वह लिखते हैं कि पता नहीं जब मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री पद से हटेंगे तो क्या होगा। उन्होंने लिखा, 'क्या माँ की तरफ़ से लिखी गई किस्मत को सही साबित करने और बीजेपी की विभाजनकारी राष्ट्रवाद के ख़िलाफ़ कांग्रेस पार्टी का दबदबा कायम रखने के लिए बैटन सफलतापूर्वक राहुल को दे दिया जाएगा?'
हालाँकि ओबामा की किताब का यह पहला हिस्सा ही है जिसमें उन्होंने 2008 से 2012 के बीच उनकी भारत यात्रा के संदर्भों का ज़िक्र भी किया है। यह वह समय था जब बीजेपी या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सत्ता में नहीं थे। मीडिया रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि उनकी किताब का दूसरा अंक भी आएगा और माना जा रहा है कि उसमें वह बीजेपी और मोदी के बारे में शायद ज़्यादा ज़िक्र करें। वैसे, ओबामा बहुभाषायी व बहुसंख्यक समाज, धार्मिक सहिष्णुता का समर्थक रहे हैं। वह महात्मा गाँधी से भी प्रभावित रहे हैं। उन्होंने यह बात ख़ुद स्वीकार की है। ऐसे में वह अगली किताब में इस मामले में क्या लिखते हैं, इस पर लोगों की शायद उत्सुकता रहेगी।