अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप से मिले 'अपमान' के बाद ज़ेलेंस्की को ब्रिटेन में बेहद सम्मान मिला है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया और गले लगाया। उन्होंने न सिर्फ़ आर्थिक सहयोग का वादा किया, बल्कि साफ़-साफ़ कहा कि ब्रिटेन यूक्रेन के साथ है। प्रधानमंत्री कार्यालय के बाहर लोगों ने जेलेंस्की के समर्थन में नारे लगाए।
व्हाइट हाउस में दुनिया भर के मीडिया के सामने यूक्रेन के राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के साथ ट्रंप के व्यवहार के बाद यूरोप के नेता ज़ेलेंस्की के समर्थन में आए हैं। और इसमें ब्रिटेन भी शामिल है। यूक्रेन शांति समझौते की योजना पर चर्चा करने के लिए यूरोपीय नेताओं की एक अहम बैठक से एक दिन पहले ब्रिटेन के प्रधानमंत्री स्टार्मर और ज़ेलेंस्की मिले। दोनों नेताओं के बीच क्या कुछ हुआ, यह जानने से पहले यह जान लें कि आख़िर ट्रंप ज़ेलेंस्की का विवाद क्या है।
ज़ेलेंस्की का यह यूरोप दौरा इसलिए अहम है क्योंकि दो दिन पहले ही उनको अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से झटका लगा है। ट्रंप और ज़ेलेंस्की के बीच शुक्रवार को व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में झड़प हो गई थी। वह भी पूरी दुनिया के मीडिया के सामने ही। दो देशों के राष्ट्राध्यक्षों के बीच दुनिया भर के मीडिया के सामने ऐसी घटना शायद ही कभी हुई हो।
दरअसल, ट्रंप और ज़ेलेंस्की के बीच ओवल ऑफिस में बैठक के बीच नोकझोंक काफ़ी देर तक चली। राष्ट्रपति ट्रंप ने तीखे और सख़्त लहजे में ज़ेलेंस्की से कहा कि आप 'या तो सौदा कर लें या फिर हम बाहर हो जाएँगे'। उनका मतलब था कि सौदा नहीं करने अमेरिका यूक्रेन का साथ नहीं देगा। बता दें कि ट्रंप बार-बार यूक्रेन को रूस के साथ समझौता करने के लिए दबाव डाल रहे हैं, लेकिन यूक्रेन को वार्ता की शर्तें पसंद नहीं हैं।
टकराव इस हद तक बढ़ गया कि यूक्रेनी राष्ट्रपति को खनिज समझौते पर हस्ताक्षर किए बिना व्हाइट हाउस छोड़ने के लिए कहा गया। दुनिया भर में ट्रंप के इस रवैये की आलोचना हुई।

ट्रंप के साथ ज़ेलेंस्की की बैठक के बाद कई यूरोपीय नेताओं ने यूक्रेन और उनके लिए समर्थन में संदेश भेजे। समर्थन करने वालों में शामिल नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टॉयर ने शनिवार को सरकारी टेलीविजन से कहा कि नॉर्वे सरकार जल्द ही संसद से यूक्रेन के लिए अपनी फंडिंग बढ़ाने के लिए कहेगी।
पिछले साल के अंत में नॉर्वे की संसद ने 2025 में यूक्रेन के लिए सैन्य और नागरिक सहायता पर कुल 35 अरब नॉर्वेजियन क्राउन यानी क़रीब 3.12 अरब डॉलर और 2023 से 2030 तक के समय में कुल 155 अरब क्राउन खर्च करने पर सहमति जाहिर की थी। स्टॉयर रविवार को लंदन में यूरोपीय नेताओं और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की से मिलेंगे।
समर्थन करने वालों में ब्रिटेन के नेता भी शामिल हैं। यही कारण है कि अमेरिका से सीधे ब्रिटेन पहुँचे ज़ेलेंस्की का लंदन में जोरदार स्वागत हुआ। यूक्रेनी राष्ट्रपति को अपने 10 डाउनिंग स्ट्रीट निवास के बाहर स्टारमर ने गले लगाया। ज़ेलेंस्की ने यूक्रेन के लिए जबरदस्त समर्थन के लिए यूके को धन्यवाद दिया। स्टारमर ने यूक्रेन के लिए यूके के अटूट समर्थन पर अपना रुख दोहराया।
स्टारमर ने ज़ेलेंस्की से कहा कि उन्हें पूरे यूनाइटेड किंगडम का पूरा समर्थन है। उन्होंने कहा, 'हम आपके और यूक्रेन के साथ तब तक खड़े हैं, जब तक यह संभव हो।'
इसके साथ ही यूक्रेन और ब्रिटेन ने शनिवार को 2.26 बिलियन पाउंड के ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस ऋण से यूक्रेन की सैन्य क्षमता मजबूत होगी। चांसलर राहेल रीव्स और यूक्रेनी वित्त मंत्री सर्जियो मार्चेंको ने ऋण समझौते पर हस्ताक्षर किए। इसकी पहली किश्त अगले सप्ताह के अंत में यूक्रेन तक पहुंचने की संभावना है।
My support for Ukraine is unwavering.
— Keir Starmer (@Keir_Starmer) March 1, 2025
The UK stands with you, @ZelenskyyUa. pic.twitter.com/PsVKyRHKvx
ज़ेलेंस्की जब स्टारमर के आवास पर पहुंचे तो वहां 10 डाउनिंग स्ट्रीट के बाहर जुटे लोगों ने उनका समर्थन करते हुए नारे लगाए। स्टार्मर ने उन्हें गले लगाया और वह उन्हें अंदर ले गए। स्टार्मर ने ज़ेलेंस्की से कहा, 'मुझे उम्मीद है कि आपने सड़क पर कुछ जयकारे सुने होंगे। यह यूनाइटेड किंगडम के लोग हैं जो यह दिखाने के लिए बाहर आ रहे हैं कि वे आपका कितना समर्थन करते हैं और आपके साथ खड़े होने के लिए हमारा दृढ़ संकल्प है।'
इस पर यूक्रेनी राष्ट्रपति ने कहा, 'हम यूक्रेन में बहुत खुश हैं कि हमारे ऐसे दोस्त हैं। मैं इस युद्ध की शुरुआत से ही इतने बड़े समर्थन के लिए यूनाइटेड किंगडम के लोगों को धन्यवाद देता हूं।'
तो सवाल है कि क्या ट्रंप से मिले अपमान के बाद ज़ेलेंस्की को यूरोपीय नेताओं से मिल रहा समर्थन यूरोप और अमेरिका के बीच मतभेदों को उजागर करता है? युद्ध को लेकर अमेरिका और यूरोप पारंपरिक सहयोगी रहे हैं। लेकिन ट्रंप के सत्ता में लौटने के बाद से स्थिति बदलती नज़र आ रही है।
अपनी राय बतायें