अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट की जानी मानी जज रूथ बाडेर गिन्सबर्ग के निधन के बाद उनकी सीट पर नए जस्टिस की नियुक्ति को लेकर गहमागहमी जारी है। चूँकि अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों की नियुक्ति राष्ट्रपति करते हैं इसलिए न्यायाधीशों की नियुक्ति को हमेशा से एक राजनीतिक क़दम के रूप में देखा जाता रहा है। राष्ट्रपति ट्रंप के कार्यकाल में अब तक दो न्यायाधीश नियुक्त हो चुके हैं जिनमें से एक न्यायाधीश ब्रेट कावाना (Brett Kavanaugh) की नियुक्ति पर डेमोक्रेटिक पार्टी ने कड़ी आपत्ति जताई थी क्योंकि उनके ख़िलाफ़ यौन शोषण के आरोप सामने आए थे।
आख़िर क्यों ट्रंप चुनाव के पहले चाहते हैं एक कंज़रवेटिव जज की नियुक्ति?
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- 29 Sep, 2020

विश्लेषकों का मानना है कि चुनावों में अगर ट्रंप हारते हैं तो यह मामला 2000 के चुनावों की तरह ही कोर्ट में जा सकता है और मामला आगे बढ़ा तो सुप्रीम कोर्ट तक। अगर यह मामला सुप्रीम कोर्ट तक गया तो ज़ाहिर है कि ट्रंप चाहेंगे कि वहाँ रिपब्लिकन मूल्यों को मानने वाले या उनके समर्थक जज बहुमत में हों।
अब रूथ बाडेर के निधन के बाद एक और सीट खाली हुई है। राष्ट्रपति ट्रंप चाहते हैं कि चुनाव से पहले ही इस सीट के लिए वह न्यायाधीश नियुक्त कर दें। अगर ऐसा हुआ तो वह रोनाल्ड रीगन के बाद पहले राष्ट्रपति होंगे जो तीन न्यायाधीशों की नियुक्ति करेंगे। साथ ही अगर ऐसा हुआ तो सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों में कंज़रवेटिव न्यायाधीशों का 6-3 से भारी बहुमत हो जाएगा।