Hundreds of primarily Jewish protesters are currently in the Capitol’s Cannon building staging a sit-in protest, calling on Biden and Congress to push for a ceasefire in Gaza.
— Jack Jenkins (@jackmjenkins) October 18, 2023
They’re slowly being arrested. pic.twitter.com/mGLELwRj6p
हालांकि अमेरिका में रहने वाले इजराइली अपने देश की सेना के समर्थन में हैं और उन्होंने उनके समर्थन में और हमास के खिलाफ प्रदर्शन भी किए। लेकिन इजराइल का रब्बी समुदाय जहां-जहां भी है, वो गजा में हमलों के खिलाफ है। यहूदी वॉयस ने कहा, "हमारे जीवनकाल में ऐसा कोई क्षण नहीं आया जब हमारे यहूदी समुदाय को उठना, बोलना, अपना दुख, भय, दर्द और आक्रोश इस बार इतना जरूरी महसूस हुआ हो।"
न्यूयॉर्क टाइम्स के मुताबिक युद्धविराम की वकालत करने वाले प्रदर्शनकारियों ने पहले व्यवधान पैदा करने की कोशिश की। उसके बाद कैपिटल कॉम्प्लेक्स तक पहुंच प्रतिबंधित कर दी गई। विभिन्न समूहों से जुड़े प्रदर्शनकारियों ने "अब युद्धविराम" के नारे लगाए, जिनमें यहूदी संगठनों के सदस्य भी शामिल थे, जिन्होंने "युद्धविराम" और "यहूदी कहते हैं, अब युद्धविराम" लिखी तख्तियां ले रखी थीं। दरअसल, मंगलवार को गजा के अस्पताल पर हमले के बाद इजराइल के खिलाफ पूरी दुनिया में गुस्सा बढ़ रहा है। ऐसे में रब्बियों ने खुद को इजराइल सरकार की विचारधारा से अलग दिखाने की कोशिश की है।
जैसे ही विरोध प्रदर्शन शुरू हुआ, कैपिटल हिल के एक कर्मचारी ने बताया कि पुलिस ने लोगों को मुख्य प्रवेश और निकास द्वार के बजाय भूमिगत टनल का उपयोग करने की सलाह दी थी। हाउस सार्जेंट-एट-आर्म्स ने बाद में एक बयान जारी किया, जिसमें परिसर में प्रवेश को नियंत्रित करने के प्रयास में आने वालों के लिए एक ही दरवाजे तक सीमित पहुंच की सूचना दी गई।
यूएस कैपिटल पुलिस (यूएससीपी) ने कहा कि सरकारी भवनों और संसद के अंदर प्रदर्शन की अनुमति नहीं है। दोपहर तक यूएससीपी ने प्रदर्शनकारियों को इमारत से हटाने के लिए काम किया, जिसके कारण कई गिरफ्तारियां हुईं। बड़े पैमाने पर ऐसे प्रदर्शन इस सप्ताह की शुरुआत में व्हाइट हाउस के बाहर हुए। उसमें भी दर्जनों गिरफ्तारियां हुईं। प्रदर्शनकारी 7 अक्टूबर को युद्ध शुरू होने के बाद से हजारों इजराइली और फिलिस्तीनी लोगों की जान जाने पर सामूहिक रूप से शोक मना रहे हैं।
इसी तरह के प्रदर्शन बुधवार को दुनिया के कई हिस्सों में देखे गए। हजारों लोगों ने जगह-जगह रैली निकाली। संयुक्त अरब अमीरात और बहरीन ने हमले के पीछे इज़राइल का हाथ होने की आलोचना की। इराक में एक दिन का शोक घोषित किया गया। वहां यूएस एम्बैसी पर प्रदर्शन हुआ। ईरान में भी एक दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित हुआ। जॉर्डन में तीन दिन का शोक घोषित किया गया। कुछ जगहों पर प्रदर्शनों का सिलसिला गुरुवार को भी जारी है।
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