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प्रतिकात्मक तसवीर।फ़ोटो साभार: ट्विटर/@MalcolmNance

यूक्रेनी सीमा से कुछ रूसी सैनिकों को वापस बुलाने का फ़ैसला; क्या संकट टलेगा?

यूक्रेन की सीमाओं पर बड़ी संख्या में रूसी सैनिकों की तैनाती की ख़बरों के बीच अब रूस ने कुछ सैनिकों को वापस बुलाने का फ़ैसला लिया है। तो क्या यूक्रेन में किसी हमले की आशंका ख़त्म होने के आसार हैं?

अमेरिका तो कम से कम यही कहता रहा है कि रूस हमले की तैयारी कर रहा है और वह कभी भी यह हमला कर सकता है। जबकि रूस अमेरिका के दावे को पश्चिम का प्रोपेगेंडा क़रार देता रहा है और कहा है कि हमले की उसकी कोई योजना नहीं है। हालाँकि, इस बीच कई ऐसी रिपोर्टें आईं जिसमें कहा गया कि रूस सीमा पर सैनिकों की तैनाती बढ़ाने के साथ ही युद्ध सामग्री भी बढ़ा रहा है। आज सुबह आई मीडिया रिपोर्टों में कहा गया कि सैटेलाइट तसवीरों में भी दिखा कि पिछले 48 घंटों में यह तैनाती काफ़ी ज़्यादा बढ़ गई।

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बहरहाल, इस बीच क्रेमलिन ने मंगलवार को कहा कि यूक्रेन की सीमाओं से कुछ रूसी बलों की वापसी की योजना बनाई गई थी। लेकिन इसके साथ ही उन्होंने जोर देकर कहा कि रूस देश भर में सैनिकों को स्थानांतरित करना जारी रखेगा जैसा कि यह उपयुक्त है। एएफ़पी की रिपोर्ट के अनुसार, क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने संवाददाताओं से कहा, 'हमने हमेशा कहा है कि अभ्यास समाप्त होने के बाद सैनिक अपने स्थायी ठिकानों पर लौट आएंगे। यहां कुछ भी नया नहीं है। यह एक सामान्य प्रक्रिया है।'

इससे पहले मंगलवार को ही रूस ने कहा है कि वह यूक्रेन की सीमा के पास अपने कुछ बलों को उनके ठिकानों पर वापस ले रहा है। यह पश्चिम के साथ टकराव कम करने की दिशा में पहला बड़ा क़दम साबित हो सकता है।

टकराव कम होने के ये संकेत तब मिल रहे हैं जब रूसी आक्रमण की आशंका को रोकने के लिए राजनयिक प्रयास तेज किए गए हैं। रिपोर्टों में कहा गया है कि मास्को द्वारा यूक्रेन की सीमाओं के पास 100,000 से अधिक सैनिकों को जमा कर दिया गया था। 

सुबह ही रिपोर्ट आई थी कि सैटेलाइट तसवीरों में यूक्रेन की सीमाओं के आसपास रूसी तैनाती और सैन्य गतिविधि में वृद्धि दिखती है। रिपोर्ट में कहा गया था कि मास्को ने पिछले 48 घंटों में बेलारूस, क्रीमिया और पश्चिमी रूस में भी सैन्य उपस्थिति बढ़ा दी थी।

मैक्सर के उच्च क्षमता के उपग्रह चित्र इस क्षेत्र में रूसी सैनिकों के एक विशाल ढाँचे को दिखाते हैं, जिसमें हमले के हेलीकॉप्टर और लड़ाकू-बम जेट शामिल हैं। सैनिकों की कई बड़ी टुकड़ियों के साथ ही जमीनी हमले वाले विमान की तैनाती भी दिखती है।

संयुक्त राज्य अमेरिका ने सोमवार को कहा था कि उसे विश्वास नहीं है कि रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन पर आक्रमण करने पर अंतिम निर्णय ले लिया है या नहीं, लेकिन वह अब बहुत कम या बिना किसी चेतावनी के आगे बढ़ सकते हैं। सैन्य कार्रवाई कभी भी हो सकती है। 

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इधर मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए रूस के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने पश्चिमी दावों को खारिज कर दिया कि रूस यूक्रेन पर हमला करने की योजना बना रहा था। उन्होंने कहा, 'यह और कुछ नहीं बल्कि तनाव भड़काने के लिए पूरी तरह से अभूतपूर्व अभियान है।'

पेसकोव ने अपने दूतावासों को यूक्रेन की राजधानी कीव से दूर स्थानांतरित करने के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा सहित कई पश्चिमी देशों के कदमों का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि 'यह किसी प्रकार का दिखावटी उन्माद है, जो निश्चित रूप से किसी भी चीज़ पर आधारित नहीं है'। उन्होंने कहा कि तनाव बढ़ाने के बजाय रूस और पश्चिम को एक-दूसरे की सुरक्षा चिंताओं पर गंभीरता से चर्चा करनी चाहिए। पेसकोव ने कहा, 'राष्ट्रपति पुतिन यही प्रस्ताव दे रहे हैं। राष्ट्रपति पुतिन यही चाहते हैं।'

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क़मर वहीद नक़वी
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