तुर्की के राष्ट्रपति रचप तैयप अर्दवान ख़ुद को पूरी दुनिया के मुसलमानों के ख़लीफ़ा के रूप में स्थापित करना चाहते हैं ताकि दुनिया भर के मुसलमानों पर उनका ही सिक्का चले और मुसलमानों के सामाजिक-धार्मिक मामलों में उनकी ओर से जारी निर्देश या मार्गदर्शन को पूरी दुनिया के मुसलमान मानें। उनकी रणनीति है मुसलिम बहुल देशों का एक संगठन यानी कॉनफ़ेडरेट बनाना, जिसके वह सर्वेसर्वा हों। इस कॉनफ़ेडरेट की राजधानी या मुख्यालय तुर्की का शहर इस्तांबुल हो। बीते सौ सालों में मुसलमानों के बीच ख़िलाफ़त की स्थापना की यह तीसरी कोशिश है।