रूस में वैगनर प्राइवेट आर्मी का विद्रोह खत्म होने के 2 दिन बाद सोमवार को पहली बार राष्ट्रपति व्लादिमीर  पुतिन ने देश को संबोधित किया है। अपने संबोधन में  पुतिन ने कहा कि वैगनर ने जो किया वह देशद्रोह था। कुछ लोग रूसी जनता को आपस में लड़ाना चाहते थे, वो सफल नहीं पाएं। राष्ट्र को बांटने का सपना कभी पूरा नहीं होगा। उन्होंने विद्रोहियों को माफ करने की बात करते हुए कहा कि विद्रोहियों की गलती माफ करने लायक नहीं है। इसके बावजूद जिन्हें अपनी गलती का एहसास है, वह या तो रूसी सेना में अनुबंध के तहत शामिल हो जाए, अपने घर लौट जाएं या फिर बेलारूस चले जाए। माना जा रहा है कि यूक्रेन युद्ध में सैनिकों की आवश्यकताओं के देखते हुए  पुतिन ने वैगनर सैनिको को रूसी सेना में शामिल होने ऑफर दिया है।