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हार पर कमला बोलीं- शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण होगा; कैपिटल हिंसा पर तंज?

कमला हैरिस ने चुनाव में हार मान ली है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि वह लोकतंत्र के लिए लड़ाई लड़ना जारी रखेंगी। राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रम्प के हाथों अपनी हार के बाद हावर्ड विश्वविद्यालय में अपने भाषण में कमला हैरिस ने अपनी हार स्वीकार करते हुए कहा कि सत्ता का शांतिपूर्ण हस्तांतरण होगा।

कमला ने अपनने भाषण में कहा, ' इससे पहले मैंने राष्ट्रपति-इलेक्ट ट्रम्प के साथ बात की और उन्हें उनकी जीत के लिए बधाई दी। मैंने उन्हें यह भी बताया कि हम उनके और उनकी टीम को उनके हस्तांतरण में मदद करेंगे, और हम सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण में जुटेंगे।' 

समझा जाता है कि कमला हैरिस का शांतिपूर्ण सत्ता हस्तांतरण की बात कहना एक तरह से ट्रंप पर तंज भी है क्योंकि पिछली बार 2020 में जब ट्रंप चुनाव हार गए थे तो उन्होंने हार स्वीकार नहीं की थी और बाद में कैपिटल हिल बिल्डिंग हिंसा हुई थी। 

अमेरिका की कैपिटल हिल बिल्डिंग हिंसा में डोनाल्ड ट्रंप पर कई गंभीर आरोप लगाए गए। यूएस कैपिटल पर भीड़ के हमले की जांच कर रहे एक कांग्रेस पैनल ने कहा था कि तब चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए ट्रंप ने सत्ता में बनने रहने के लिए तख्तापलट की कोशिश की थी। इसने यह भी कहा था कि तब ट्रंप ने अपने कथित भड़काऊ बयान से अपने समर्थकों की भीड़ को इकट्ठा किया और 'हमले के लिए भड़काया'। 

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बता दें कि 2021 में 6 जनवरी को चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप के हार न मानने के कारण हिंसा हुई थी। उसमें कम से कम 5 लोग मारे गए थे और कई घायल भी हुए थे। 
दरअसल, यह घटना 2021 में तब हुई थी जब यूएस हाउस ऑफ़ रिप्रेजेंटेटिव्स और सीनेट ने इलेक्टोरल कॉलेज के परिणामों के प्रमाणन पर विचार करने के लिए एक संयुक्त सत्र बुलाया था। इसमें पता चल रहा था कि डेमोक्रेट जो बाइडन ने डोनाल्ड ट्रम्प को हरा दिया।

लेकिन शुरुआती चुनाव नतीजों के बाद से ही हार नहीं मानने पर अड़े ट्रंप ने वाशिंगटन में अपने समर्थकों की एक रैली की थी और कथित तौर पर भड़काऊ भाषण दिया था। इसमें उन्होंने कहा था कि 'हम कभी हार नहीं मानेंगे।' उन्होंने भीड़ को भड़काते हुए कहा था, 'आप कमज़ोरी से अपना देश फिर हासिल नहीं कर सकते।' ट्रंप ने भीड़ को कैपिटल बिल्डिंग की ओर कूच करने को कहा था। ट्रंप के भाषण के बाद ही उनके समर्थकों ने कैपिटल बिल्डिंग में घुसने की कोशिश की और हिंसात्मक प्रदर्शन किया था। 

बहरहाल, कमला हैरिस ने 2024 के चुनाव में अपनी हार के बाद अपने संबोधन में अपने समर्थकों और स्वयंसेवकों का आभार जताया। हैरिस ने कहा, 'इस चुनाव का नतीजा वह नहीं है जो हम चाहते थे, न इसके लिए लड़े थे, न इसके लिए हमने वोट दिया था।' "लेकिन जब मैं कहती हूं तो मुझे सुनें कि अमेरिका के वादे का प्रकाश हमेशा उज्ज्वल रहेगा, जब तक कि हम कभी हार नहीं मानते और जब तक हम लड़ते रहते हैं।'

उन्होंने कहा, 'अमेरिकी लोकतंत्र का एक मौलिक सिद्धांत यह है कि जब हम चुनाव हार जाते हैं, तो हम परिणाम स्वीकार करते हैं।'

उन्होंने कहा, 'जब मैंने इस चुनाव को स्वीकार कर लिया, तो मैंने इस अभियान को चलाने वाली लड़ाई से पीछे हटना स्वीकार नहीं किया... मैं कभी भी ऐसे भविष्य के लिए लड़ाई नहीं छोड़ूंगी जहां अमेरिकी अपने सपनों की महत्वाकांक्षाओं और आकांक्षाओं को आगे बढ़ा सकते हैं... हम अपने लोकतंत्र के लिए कभी भी लड़ाई नहीं छोड़ेंगे।'

उन्होंने कहा, 'जो कोई भी देख रहा है: निराशा न हों। यह हमारे हाथ खड़े करने का समय नहीं है। यह हमारी बाँहों पर आस्तीन चढ़ाने का समय है। स्वतंत्रता और न्याय, और उस भविष्य के लिए यह संगठित करने, जुटाने और लगे रहने का वक़्त है जिसका हम एक साथ निर्माण कर सकते हैं।'

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उन्होंने कहा, 'हम इस लड़ाई को मतदान बूथ में, अदालतों में और आम लोगों में जारी रखेंगे... कभी -कभी लड़ाई में कुछ समय लगता है। इसका मतलब यह नहीं है कि हम जीत नहीं पाएंगे। महत्वपूर्ण बात यह है कि कभी हार न मानें... कभी भी दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने की कोशिश करना न छोड़ें।'

उन्होंने कहा, 'सिर्फ़ अंधेरा होने पर ही आप सितारों को देख सकते हैं। मुझे पता है कि बहुत से लोग ऐसा महसूस करते हैं कि हम एक अंधेरे समय में प्रवेश कर रहे हैं, लेकिन हम सभी की बेहतरी के लिए मुझे आशा है कि ऐसा नहीं है। अमेरिका, यदि यह है तो आइए हमें एक शानदार, अरबों सितारों के प्रकाश से आकाश को रौशन कर दें।'

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क़मर वहीद नक़वी
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