जेल में बंद ईरानी मानवाधिकार कार्यकर्ता नरगिस मोहम्मदी को इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया है। नरगिस उस ईरान की जेल में बंद हैं जहाँ हिजाब नहीं पहनने पर भी मोरलिटी पुलिस यानी 'नैतिकता बघारने वाली पुलिस' सजा दे देती है! ऐसी सजा जिसमें महिलाओं की मौत तक हो गई है। इसी ईरान में महिलाओं के अधिकारों की पैरवी करने वाली नरगिस मोहम्मदी जेल में बंद हैं। उन्होंने उत्पीड़न से तंग आकर देश नहीं छोड़ा। जेल में भी वह अपना वही काम करना जारी रखे हुए हैं।
जानें ईरानी एक्टिविस्ट नरगिस मोहम्मदी को किस वजह से मिला नोबेल
- दुनिया
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- 6 Oct, 2023
जिस ईरान में हिजाब नहीं पहनने पर मोरलिटी पुलिस के हाथों जान तक चली जाती है, वहाँ नरगिस मोहम्मदी सरकार को चुनौती देती रही हैं। वह जेल में बंद हैं फिर भी विरोध नहीं रुका। जानिए, नोबेल के लिए उन्हें क्यों चुना गया।

नॉर्वेजियन नोबेल समिति ने कहा है कि यह पुरस्कार मध्य पूर्वी देश में महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई को उजागर करेगा। संगठन के अनुसार, 2023 नोबेल शांति पुरस्कार के लिए 351 उम्मीदवार थे। इनमें से नरगिस मोहम्मदी को इस पुरस्कार के लिए चुना गया है।