मध्य पूर्व में गंभीर हलचल है। इजराइल-ईरान के बीच संघर्ष युद्ध के कगार पर पहुँच गया है। ईरान और हमास ने हिजबुल्लाह के साथ मिलकर अपने समूह के नेताओं की हत्या का कड़ा जवाब देने का संकल्प लिया है। ईरान ने कहा है कि उसे उम्मीद है कि लेबनान के तेहरान समर्थित हिजबुल्लाह समूह इजराइल के अंदर तक हमला करेगा और अब सैन्य ठिकानों तक इसे सीमित नहीं रखेगा। इजराइल द्वारा हिजबुल्लाह कमांडर को मार गिराने के बाद भारी तनाव है। हिजबुल्लाह इजराइली सेना के साथ लगभग रोजाना गोलीबारी कर रहा है।
पेंटागन ने कहा है कि अमेरिका मध्य पूर्व में अपनी सैन्य उपस्थिति को मजबूत करेगा, क्षेत्र में अतिरिक्त युद्धपोतों और लड़ाकू विमानों को तैनात करेगा। वैसे, क्षेत्रीय युद्ध की आशंकाओं के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने उम्मीद जताई है कि इजराइल पर हमला करने की अपनी धमकियों के बावजूद ईरान पीछे हट जाएगा।
मध्य पूर्व में तनाव बढ़ने के बीच हिजबुल्लाह ने कहा है कि उसने इजराइल पर दर्जनों रॉकेट दागे हैं। ईरान तथा उसके सहयोगी इस सप्ताह की शुरुआत में तेहरान में हमास के राजनीतिक प्रमुख इस्माइल हनीयेह की हत्या पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
द टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के अनुसार हिजबुल्लाह ने कहा है कि इजराइल में मोशाव बेत हिलेल पर उसके रॉकेट हमलों ने वहां के नागरिकों को घायल कर दिया। इसने यह भी कहा कि यह लेबनान में कफर केला और डेयर सिरियाने पर इजराइल के हमलों का जवाबी हमला था और बेरूत में इजराइल के हमले में हिजबुल्लाह के एक वरिष्ठ सैन्य कमांडर फुआद शुकर की मौत के बाद हुआ था।
मंगलवार को हुए हमले में हिजबुल्लाह कमांडर फुआद शुक्र की मौत हो गई। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पांच नागरिक- तीन महिलाएँ और दो बच्चे- भी मारे गए।
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स ने कहा है कि शुक्र की हत्या के कुछ घंटों बाद, हमास के राजनीतिक नेता इस्माइल हनीयेह की तेहरान में उनके आवास पर सुबह-सुबह हमला करके हत्या कर दी गई।
यमन के ईरान समर्थित हुति विद्रोहियों के नेता ने भी इस्माइल की हत्या के लिए सैन्य प्रतिक्रिया का संकल्प लिया है।
'सतर्क रहें भारतीय'
इजराइल में भारतीय नागरिकों को क्षेत्र में बढ़ते तनाव के बाद सतर्क रहने और सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करने के लिए कहा गया है। इजराइल में भारतीय नागरिकों के लिए यह सलाह बेरूत में भारतीय दूतावास द्वारा अगले नोटिस तक लेबनान की यात्रा न करने की सख्त सलाह दिए जाने के एक दिन बाद आई है। इसने उन्हें लेबनान छोड़ने के लिए भी कहा।
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