loader

ट्रंप के दादा हुए थे महामारी के शिकार, आज कोरोना से जंग लड़ रहे अमेरिकी राष्ट्रपति

जर्मनी के स्वतंत्र राज्य किंगडम ऑफ़ बावरिया में फ्रेडरिक नाम के शख़्स की जिंदगी कोई बहुत अच्छी नहीं थी। जीवन यापन का संघर्ष काफी लंबा और कठिन था। फिर एक दिन उसने तय किया कि उसे अमेरिका जाकर अपनी किस्मत आजमानी चाहिए। इसके दो फायदे थे। 

एक तो अमेरिका उन दिनों कारोबार और समृद्धि की सबसे बड़ी उम्मीद बन कर उभर रहा था और दूसरा यह कि बहुत से लोग इसलिए भी अमेरिका भाग जाते थे क्योंकि जर्मनी की आवश्यक सैन्य सेवा से बचने का यह एक आसान रास्ता था। 

ताज़ा ख़बरें

लेकिन जीवन अमेरिका में भी आसान नहीं था। वहां स्थापित होने के लिए फ्रेडरिक को लंबा संघर्ष करना पड़ा। पहले उसे अपना नाई का पुश्तैनी काम करना पड़ा। फिर एक होटल में नौकरी मिल गई, इस बीच उसने छोटे-मोटे और काम भी किए। इसके बाद फ्रेडरिक ने जमीन-जायदाद का धंधा शुरू किया। कहते हैं कि इसके साथ ही उसने एक चकलाघर भी चलाया। हालांकि उसके परिवार के लोग इस बात से इनकार करते हैं। 

स्पैनिश फ्लू के शिकार हुए फ्रेडरिक

इस बीच फ्रेडरिक की शादी एलिजाबेथ क्राइस्ट से हुई और उनके घर बेटा पैदा हुआ जिसका नाम फ्रेड रखा गया। पहले विश्व युद्ध की अंतिम बेला में जब जिंदगी पटरी पर आने लगी थी तभी पूरी दुनिया में स्पैनिश फ्लू फैलने लगा। एक दिन फ्लू ने फ्रेडरिक को भी अपना शिकार बना लिया और कुछ ही दिन में उसने दम तोड़ दिया।  

जब फ्रेडरिक का निधन हुआ तो फ्रेड की उम्र महज 13 साल थी, जाहिर है कि सारी जिम्मेदारी एलिजाबेथ के कंधों पर आन पड़ी। गुजारे के लिए फ्रेडरिक का जमीन-जायदाद का छोटा-मोटा धंधा था। उसके अलावा 4 हजार डाॅलर की परिवार की बचत थी। फिर फ्रेडरिक ने अपना बीमा करवा रखा था, सो जल्द ही 3,600 डाॅलर की रकम वहां से मिल गई। 

एलिजाबेथ ने यह सारा पैसा भी जमीन-जायदाद के कारोबार में लगा दिया। उस समय उसकी कुल जमापूंजी 31,359 डाॅलर थी। एलिजाबेथ की व्यापारिक बुद्धि और मेहनत ने तो कमाल दिखाया ही, साथ ही फ्रेड भी बड़ा होकर न सिर्फ उसका हाथ बंटाने लगा बल्कि जल्द ही उसकी गिनती बड़े कारोबारियों में होने लगी। सिर्फ न्यूयार्क में ही उसने 27,000 अपार्टमेंट बना कर बेचे।

बाद में फ्रेड के बेटे डोनल्ड ट्रंप ने इस कारोबार को न सिर्फ नई ऊंचाइयों तक पहुँचाया बल्कि उसका दुनिया भर में विस्तार भी किया। 
दुनिया से और ख़बरें

2020 में अमेरिकी पत्रिका फोर्ब्स ने डोनल्ड ट्रंप की संपत्ति का आकलन किया और यह 2.1 अरब डाॅलर थी। अमेरिकी उद्योगपतियों की फेहरिस्त में भले ही ट्रंप का नंबर 275वां हो लेकिन जब वह राजनीति में सक्रिय हुए तो न सिर्फ वह अमेरिका के सबसे अमीर राजनीतिज्ञ बने बल्कि सफलता यहां भी उनके कदम चूमती नजर आई।

जर्मनी से भाग कर अपनी किस्मत आजमाने अमेरिका आए फ्रेडरिक ट्रंप के पोते डोनल्ड ट्रंप आज अमेरिका के राष्ट्रपति हैं और इस समय कोरोना वायरस से लड़ाई में तमाम आलोचनाओं के बीच अमेरिका का नेतृत्व कर रहे हैं।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

दुनिया से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें