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लोगों के एक समूह ने व्हाइट हाउस के सामने बुधवार को मोमबत्ती की रोशनी में प्रार्थना करने जैसा प्रदर्शन किया। उनके हाथों में एक तख्ती थी, जिस पर लिखा था, "राष्ट्रपति बाइडेन, आपका स्टाफ युद्धविराम की मांग करता है।" ऐसा प्रदर्शन पहली बार हुआ है। जोश पॉल, जिन्होंने अमेरिका की "इजराइल को घातक सहायता" पर अक्टूबर में विदेश विभाग से इस्तीफा दे दिया था, इस कार्यक्रम में मौजूद थे।
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार, जेक सुलिवन, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू से मिलने के लिए गुरुवार को इजराइल पहुंच रहे हैं। युद्ध विराम के बाद गजा पर शासन कैसे किया जाएगा, इस मुद्दे पर बातचीत के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति के सुरक्षा सलाहकार इजराइल जा रहे हैं। अमेरिका ने दो देश व्यवस्था लागू करने की बात बार-बार कही है लेकिन नेतन्याहू इसे मानने को तैयार नहीं हैं।
संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मंगलवार को युद्धविराम की मांग करते हुए एक प्रस्ताव पारित किया था, जिसका 193 देशों में से 153 ने समर्थन किया। जिसमें भारत भी शामिल है। गजा में 7 अक्टूबर को जब युद्ध शुरू हुआ था तो बाइडेन ने दावा किया था कि इजराइल को दुनिया के तमाम देशों का समर्थन हासिल है। लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति ने सोमवार को कहा था कि दुनिया में लोग इस युद्ध के खिलाफ हो रहे हैं। गजा में अब युद्ध विराम होना चाहिए लेकिन जब यूएन में वोट देने का मौका आया तो वहां यूएस ने इजराइल के पक्ष में मतदान किया।
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