हमास द्वारा बीती रात रिहा की गई एक बुजुर्ग इजराइली महिला ने अपने साथ हुई आपबीती बताई है। उन्होंने कहा है कि 7 अक्टूबर को अपहरण करके ग़ज़ा में ले जाते समय आतंकवादियों ने पीटा था, लेकिन वहाँ दो हफ्ते की कैद के दौरान उनके साथ अच्छा व्यवहार किया गया। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों ने उनका इलाज किया।
हमास ने 7 अक्टूबर को जब इज़राइल पर अपना हमला शुरू किया था तो उसने कई लोगों को बंधक भी बनाया था। 85 वर्षीय योचेवेद लिफ़शिट्ज़ उन लोगों में से एक थीं जिन्हें बंधक बनाकर ग़ज़ा में ले जाया गया था। उन्हें और एक अन्य महिला को रिहा कर दिया गया। लेकिन अभी भी क़रीब 220 बंधक हमास के यहाँ बंधक हैं।