क्या है विवाद?
ट्रंप ने यह कह कर सबको चौंका दिया कमला हैरिस तो राष्ट्रपति या उप राष्ट्रपति पद का चुनाव ही नहीं लड़ सकतीं क्योंकि वह ‘नेचुरली बॉर्न अमेरिकन’ नहीं हैं। बता दें कि ‘नेचुरली बॉर्न अमेरिकन’ वह होता है जिसका जन्म अमेरिका में हुआ हो। राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति का चुनाव लड़ने के लिए ‘नेचुरली बॉर्न अमेरिकन’ होना ज़रूरी है।क्या कहा है ट्रंप ने?
ट्रंप ने उसके आगे कहा, ‘मुझे नहीं पता कि यह कितना सही है, पर मैं यह मान कर चलता हूं कि डेमोक्रेटिक पार्टी ने उनका चुनाव करते वक़्त उनकी पृष्ठभूमि की जाँच की होगी।’ अमेरिकी राष्ट्रपति यहीं नही रुके। उन्होंने इसके आगे कहा,“
‘यह बहुत ही गंभीर मामला है, आप कह रहे हैं, वे कह रहे हैं कि वह चुनाव लड़ने के योग्य नहीं हैं क्योंकि उनका जन्म अमेरिका में नहीं हुआ था।’
डोनल्ड ट्रंप, राष्ट्रपति, अमेरिका
क्या कहता है अमेरिकी संविधान?
कैलिफ़ोर्निया स्थित चैपमैन यूनिवर्सिटी के प्रोफ़ेसर जॉन ईस्टमैन ने बीबीसी से कहा, 'अमेरिकी संविधान के आर्टिकल दो में कहा गया है कि सिर्फ नेचुरल बॉर्न सिटीजन ही राष्ट्रपति पद के योग्य हो सकते हैं।' उन्होंने संविधान संशोधन 14 की व्याख्या करते हुए कहा कि 'अमेरिका में जन्मा हर आदमी अमेरिकी नागरिक है और इसके अधिकार क्षेत्र में आता है।'कुछ क़ानून विशेषज्ञों का मानना है कि यदि कमला हैरिस के माता-पिता उनके जन्म के समय अमेरिकी नागरिक नहीं बन चुके हों तो कमला को नेचुरल बॉर्न सिटीज़न नहीं माना जाएगा।
“
‘जब कभी हमारे सामने अश्वेत व्यक्ति राष्ट्रपति या उप राष्ट्रपति का उम्मीदवार बनता है, हम नस्लीय बहाने लेकर आ खड़े होते हैं।’
जेसिका लेविन्सन, अमेरिकी संविधान विशेषज्ञ
ओबामा भी बने थे मुद्दा
राष्ट्रपति ट्रंप के लिए जन्म की जगह का मुद्दा उठा कर विरोधी को घेरने की कोशिश नयी बात नहीं है। पिछले चुनाव यानी 2016 में ट्रंप ने कहा था कि बराक ओबामा का जन्म कीनिया में हुआ था।भारतीय मूल का मुद्दा
ट्रंप का कमला हैरिस पर हमला बढ़ता ही जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘कमला हैरिस भारतीय हैं, उनसे ज़्यादा भारतीय तो मेरे साथ हैं।’डोनल्ड ट्रंप ने अतीत में कई बार अश्वेतों, हिस्पानी मूल के लोगों, लातिन अमेरिकियों, समलैंगिंकों, मुसलमानों के ख़िलाफ़ टिप्पणियाँ की है और विवादों कें केंद्र में रहे हैं।
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