चीन के वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस ख़त्म नहीं होगा और इसके संक्रमण के मामले हर साल आते रहने की आशंका है। ऐसा मानने के पीछे एक तर्क तो यही है कि नया कोरोना वायरस, एसएआरएस यानी गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम के परिवार का ही वायरस है और यह एसएआरएस वायरस 17 साल पहले आया था। एसएआरएस का मामला पहली बार नवंबर 2002 में चीन में आया था और फ़रवरी 2003 में इसकी पहचान की गई थी। यह वायरस ख़त्म नहीं हुआ है और इसके संक्रमण के मामले आते रहे हैं।
कोरोना वायरस ख़त्म नहीं होगा, संक्रमण हर साल आता रह सकता है: वैज्ञानिक
- दुनिया
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- 29 Apr, 2020
चीन के वैज्ञानिकों का कहना है कि कोरोना वायरस ख़त्म नहीं होगा और इसके संक्रमण के मामले हर साल आते रहने की आशंका है।

दुनिया भर के शीर्ष शोधकर्ताओं और सरकारों के बीच एक आम सहमति बन रही है कि लॉकडाउन के बावजूद इस वायरस को ख़त्म होने की संभावना नहीं है। अमेरिका के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ एलर्जी एंड इंफेक्शस डिजीज के निदेशक एंथोनी फ़ॉसी ने पिछले महीने कहा था कि वायरस के कारण होने वाली बीमारी कोविड -19 एक मौसमी बीमारी बन सकती है। उन्होंने यह बात कई देशों में ऐसे मामले आने के बाद कही थी।