अफ़ग़ानिस्तान से अमेरिका 20 साल बाद लौट गया है, चुनी हुई सरकार ध्वस्त हो चुकी है और शरीआ क़ानून यानी इसलाम के बताए रास्ते पर शासन करने का वायदा करने वाले तालिबान ने अपनी पकड़ मजबूत बना ली है। अब जब सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है तो सवाल यह उठता है कि यह सरकार किस मॉडल पर चलेगी।