अफ़ग़ानिस्तान की राजधानी काबुल में जब नई सरकार के गठन का एलान होगा तो उसमें एक बहुत ही अहम नाम होगा सिराजुद्दीन हक्क़ानी का। ये सिराजुद्दीन हक्क़ानी वही व्यक्ति हैं, जो हक्क़ानी नेटवर्क के प्रमुख हैं और जिन पर 2008 में काबुल स्थित भारतीय दूतावास पर हमले का आरोप लगा था।