इसके एक दिन पहले यानी सोमवार को विधायक तन्मय घोष भी बीजेपी छोड़ कर टीएमसी में शामिल हो गए थे।
इस तरह मुकुल राय समेत तीन विधायकों ने बीजेपी छोड़ कर तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया है।
विश्वजीत दास ने कहा है कि बीजेपी में शामिल होकर उन्होंने ग़लती की थी और उन्हें इसका अहसास हो गया है।
बागदा विधायक विश्वजीत दास ने टीएमसी के नेता व राज्य सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी की मौजूदगी में पार्टी कार्यालय में सदस्यता ग्रहण की।
इसके साथ ही पश्चिम बंगाल विधानसभा में बीजेपी सदस्यों की संख्या घट कर 72 पर आ गई।
विश्वजीत दास पहले तृणमूल कांग्रेस में ही थे और मुकुल राय के नज़दीकी समझे जाते हैं। चुनाव के ठीक पहले उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी, बीजेपी चले गए थे और चुनाव लड़ा था।
पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 77 सीटें जीती थीं। नीशीथ प्रामाणिक व जगन्नाथ सरकार ने सांसद रहते हुए चुनाव लड़ा था, जीत हासिल की थी, लेकिन उसके बाद केंद्र में उन्हें भूमिका मिली तो उन्होंने राज्य विधानसभा से इस्तीफ़ा दे दिया।
इससे विधानसभा में बीजेपी के सदस्यों की संख्या घट कर 75 हो गई।
इसके अलावा मुकुल राय, तन्मय घोष और विश्वजीत दास ने पार्टी ही छोड़ दी। इस तरह अब पश्चिम बंगाल में बीजेपी विधायकों की संख्या 72 हो गई।
क्या कहा तन्मय घोष ने?
बिष्णुपुर के विधायक तन्मय घोष ने सोमवार को बीजेपी छोड़ते समय आरोप लगाया था कि वह पार्टी प्रतिशोध की राजनीति करती है। घोष ने दावा किया था कि पश्चिम बंगाल बीजेपी लोगों के बीच अराजकता फैलाने का प्रयास कर रही है, जिसके कारण वह टीएमसी में शामिल हो गए।
उन्होंने कहा था, "मैं सभी से पश्चिम बंगाल के कल्याण के लिए टीएमसी में शामिल होने का आग्रह करता हूँ। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के हाथों को मजबूत करने की जरूरत है।"
अपनी राय बतायें