पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी ने 'एक व्यक्ति, एक पद' की नीति पर पार्टी के भीतर बढ़ती क़लह और विवाद पर अंकुश लगाने के लिए भले ही अध्यक्ष के अलावा तमाम सांगठनिक पदों को ख़त्म कर एक राष्ट्रीय कार्यसमिति का गठन कर दिया हो, बंगाल के राजनीतिक हलकों में सवाल उठ रहा है कि क्या इससे इस विवाद पर अंकुश लगाने और इस मुद्दे पर पुरानी और नई पीढ़ी के नेताओं की बढ़ती दूरी को पाटने में कामयाबी मिलेगी?
क्या ममता की पार्टी में विवाद के पीछे प्रशांत किशोर हैं?
- राजनीति
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- 13 Feb, 2022

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके भतीजे की टीम के बीच क्या सबकुछ ठीक नहीं है? क्या इसके पीछे कुछ और वजह है? प्रशांत किशोर का नाम क्यों आ रहा है?
इस विवाद के बाद अब तृणमूल और उसके चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर उर्फ पीके के संबंधों पर भी सवाल उठने लगा है। पार्टी के नेता ही दावा कर रहे हैं कि अब यह रिश्ता नहीं चलेगा। ममता ने कहा है कि वे इस मुद्दे पर पीके से बात करेंगी। एक वरिष्ठ नेता बताते हैं, "अभिषेक के क़रीबी युवा नेताओं की ओर से ‘एक व्यक्ति, एक पद’ के समर्थन में चलाए जा रहे इस अभियान ने पार्टी के कई वरिष्ठ नेताओं को सांसत में डाल दिया था। इसकी वजह यह थी कि ऐसे तमाम नेता किसी न किसी सरकारी पद पर हैं।”